ठेकेदार के खिलाफ एफआईआर
महाराष्ट्र के सिंधुदुर्ग जिले में पुलिस ने छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा गिरने के मामले में ठेकेदार और स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट के खिलाफ मामला दर्ज किया है। अधिकारियों ने मंगलवार (27 अगस्त) को यह जानकारी दी। लोक निर्माण विभाग द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) के एक सहायक अभियंता ने सोमवार शाम को मालवन पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज कराई। एक अधिकारी ने बताया कि शिकायतकर्ता के अनुसार, मूर्ति गिरने के लिए कलाकार और कंसल्टेंट जिम्मेदार हैं।
शिकायत के आधार पर ठेकेदार जयदीप आप्टे और स्ट्रक्चरल कंसल्टेंट चेतन पाटिल के खिलाफ प्रतिमा गिरने की घटना को लेकर एफआईआर दर्ज की गई है। उन्होंने बताया कि उन पर भारतीय न्याय संहिता (बीएनएस) की धाराओं के तहत गैर इरादतन हत्या करने का प्रयास, दूसरों की जान या व्यक्तिगत सुरक्षा को खतरे में डालने वाला कृत्य, हत्या का प्रयास और धोखाधड़ी के साथ-साथ सार्वजनिक संपत्ति क्षति निवारण अधिनियम की धारा 3 (सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाली शरारत) के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पीएम मोदी ने 17वीं सदी के मराठा योद्धा राजा की 35 फुट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया था। पिछले साल नौसेना दिवस (4 दिसंबर) पर सिंधुदुर्ग के मालवन तहसील में राजकोट किले में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था, जो सोमवार (26 अगस्त) को दोपहर करीब 1 बजे ढह गई।इस घटना से एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले राज्य सरकार को शर्मिंदगी उठानी पड़ी और विपक्षी दलों ने इसकी आलोचना की। शिंदे ने कहा किप्रतिमा का डिजाइन और निर्माण भारतीय नौसेना ने किया था।