भारत के केंद्रीय बैंक ने सोमवार को बैंकिंग प्रणाली में नकदी का प्रवाह बढ़ाने के लिए कई उपायों की घोषणा की. इसमें बांड खरीद और डॉलर/रुपया स्वैप भी शामिल हैं. विश्लेषकों और व्यापारियों का कहना है कि यह अगले महीने ब्याज दरों में कटौती का पूर्व संकेत हो सकता है.

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