निर्दलीय विधायक पीवी अनवर ने केरल के मुख्यमंत्री पिनाराई विजयन के खिलाफ तीखे आरोप लगाए हैं। इस मुद्दे पर सफाई देते हुए पी  विजयन ने कहा कि  वो आरोपों का खंडन करते हैं। सत्तारूढ़ शासन को बदनाम करने का प्रयास बताया। विजयन ने राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा कि अनवर ने अपनी टिप्पणी से यह स्पष्ट कर दिया है कि वह वाम मोर्चे से दूर रहेंगे। मुख्यमंत्री ने कहा, "उन्होंने अपने बयानों से अपना इरादा स्पष्ट कर दिया है। उन्होंने स्पष्ट रूप से घोषणा की है कि वह एलडीएफ से दूर रहेंगे और राज्य विधानसभा में इसकी संसदीय दल की बैठक में शामिल नहीं होंगे।" विजयन ने आगे कहा कि वह "पार्टी, एलडीएफ और सरकार के खिलाफ उनके द्वारा लगाए गए आरोपों को खारिज करते हैं।"

यह एलडीएफ और सरकार को बदनाम करने का प्रयास था।" मुख्यमंत्री ने कहा कि अनवर द्वारा गुरुवार (26 सितंबर) को लगाए गए आरोप विपक्ष द्वारा एलडीएफ के खिलाफ लगाए गए आरोपों से मिलते-जुलते हैं। हालांकि, विजयन ने यह स्पष्ट किया कि अनवर की टिप्पणी किसी भी तरह से उनके द्वारा की गई विभिन्न शिकायतों और आरोपों की चल रही जांच और पूछताछ को प्रभावित नहीं करेगी। केरल: नीलांबुर के विधायक अनवर ने सत्तारूढ़ एलडीएफ से नाता तोड़ा, सीएम पर निशाना साधा अनवर ने सीएम विजयन को 'धोखेबाज' कहा सत्तारूढ़ एलडीएफ से अपना नाता लगभग खत्म करते हुए अनवर ने गुरुवार को विजयन पर निशाना साधा और उन पर जनता को गुमराह करने का आरोप लगाया और मांग की कि वे गृह विभाग का प्रभार छोड़ दें।

अनवर ने विजयन को राज्य में लगभग 180 सोने की तस्करी के मामलों की मौजूदा न्यायाधीश की निगरानी में फिर से जांच करने का आदेश देने की चुनौती भी दी और आरोप लगाया कि पुलिस अवैध रूप से विदेश से सोने को लाने वाले 'वाहकों' से कीमती धातु जब्त करते समय उचित प्रक्रिया का पालन नहीं कर रही थी। मुख्यमंत्री पर निशाना साधते हुए अनवर ने विजयन को 'धोखेबाज' तक कह दिया। नीलांबुर विधानसभा क्षेत्र से विधायक ने कहा कि राज्य में सत्तारूढ़ माकपा ने एडीजीपी एमआर अजितकुमार और मुख्यमंत्री के राजनीतिक सचिव पी शशि के खिलाफ लगाए गए विभिन्न आरोपों और शिकायतों के संबंध में उन्हें दिए गए आश्वासनों से मुकर गई है।

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