तमिलनाडु के सीएम एम के स्टालिन ने एक्स पर लिखा है कि केंद्रीय गृह मंत्रालय के अधीन दिल्ली पुलिस ने बंगाली को बांग्लादेशी भाषा बताया है। यह उसी भाषा का सीधा अपमान है जिसमें हमारा राष्ट्रगान लिखा गया था। ऐसे बयान अनजाने में हुई गलतियां या चूक नहीं हैं। ये उस शासन की काली मानसिकता को उजागर करते हैं जो लगातार विविधता को कमज़ोर करती है और पहचान को हथियार बनाती है।
गैर-हिंदी भाषाओं पर इस हमले के सामने, माननीय ममता दीदी पश्चिम बंगाल की भाषा और लोगों के लिए एक ढाल बनकर खड़ी हैं। वह इस हमले का उचित जवाब दिए बिना नहीं जाने देंगी।
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