जापान के निक्केई पर असर
निवेशकों के लिये 5 अगस्त का दिन ब्लैक मंडे साबित हुआ। अमेरिका में मंदी की आहट का असर एशियाई बाजारों पर नजर आया। भारत में कुछ मिनटों में जहां निवेशकों के लाखों करोड़ डूब गए। वहीं जापानी शेयर बाजार भी लड़खड़ा गया। जापान के निक्केई में 3500 अंकों की गिरावट दर्ज की गई है जो 1987 के बाद सबसे बड़ी गिरावट बताई जा रही है।
Next Story