लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा, "आज भारत की सत्ता संरचना में, चाहे वह शिक्षा हो, स्वास्थ्य हो, कॉर्पोरेट हो, व्यापार हो, न्यायपालिका हो, आपकी भागीदारी कितनी है?...दलितों को प्रतिनिधित्व दिया गया है लेकिन इसका कोई मतलब नहीं है अगर सत्ता संरचना में भागीदारी नहीं है। आपको मंच पर बैठाने का कोई मतलब नहीं है अगर मंच के पीछे से निर्णय लिए जाते हैं। आज अलग-अलग जातियों के लोगों को टिकट देना एक फैशन बन गया है, पीएम मोदी भी यही कहते हैं। लेकिन फिर, आपने (पीएम मोदी) विधायकों की शक्तियां छीन लीं। यहां तक ​​कि लोकसभा के सांसदों के पास भी कोई निर्णय लेने का अधिकार नहीं है। आपने मंत्री बनाए लेकिन ओएसडी आरएसएस से हैं। सवाल नियंत्रण और भागीदारी का है..."


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