उत्तरकाशी के धराली में प्रभावित जगहों पर टनों मलबा पड़ा है। आईटीबीपी, सेना और एसडीआरएफ के जवान लगातार बारिश और सड़क धंसने के बीच फंसे लोगों की तलाश में जुटे हैं। दो चिनूक हेलीकॉप्टर देहरादून के सहस्त्रधारा हेलीपैड पर पहुंच गए हैं, जहां से एनडीआरएफ के 50 जवानों को बचाव उपकरणों के साथ धराली ले जाया जाएगा। भारतीय वायुसेना के पाँच एएन-32 हेलीकॉप्टर भी धराली के रास्ते में हेलीपैड पर पहुँच चुके हैं।
लापता लोगों की तलाश के लिए ग्राउंड पेनेट्रेटिंग रडार और खोजी कुत्तों की मदद लेने की तैयारी कर रही है। एनडीआरएफ की दो और टीमें धराली के रास्ते में हैं, लेकिन लगातार भूस्खलन के कारण ऋषिकेश-उत्तरकाशी राजमार्ग अवरुद्ध होने के कारण वे वहाँ नहीं पहुँच पा रही हैं। एनडीआरएफ के उप महानिरीक्षक (डीआईजी) ऑपरेशन मोहसेन शाहेदी के अनुसार, एनडीआरएफ की दो टीमों को देहरादून से हवाई मार्ग से भेजा जाना है, लेकिन खराब मौसम की वजह से दिक्कत आ रही है।