कई विश्लेषक एक बात पर सहमत हैं - सरकार राजकोषीय समेकन के मार्ग पर आगे बढ़ेगी, वित्त वर्ष 2026 के लिए अनुमानित राजकोषीय घाटा सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) का 4.5 प्रतिशत होगा, जबकि इस वर्ष 31 मार्च को समाप्त होने वाले राजकोषीय घाटे का अनुमान 4.8 प्रतिशत है।