2019 के चुनाव में बीजेपी-शिवसेना एक साथ मिलकर चुनाव लड़े थे। इस गठबंधन को स्पष्ट बहुमत मिला था। लेकिन सीएम के मुद्दे पर बात नहीं बनी और बीजेपी-शिवसेना अलग हो गए थे। शिवसेना ने एनसीपी- कांग्रेस से मिलकर महा विकास अघाड़ी का निर्माण किया और सत्ता संभाली।