कनिमोझी ने कहा कि वो जानना चाहती हैं कि  कि हर बार जब कोई आतंकवादी हमला होता है, तो विश्वगुरु क्या सीखते हैं? विश्वगुरु किसी को कुछ नहीं सिखा रहे, बस यही सिखा रहे हैं कि उन्होंने क्या सीखा है। पहलगाम में जो हुआ उसकी ज़िम्मेदारी लेने प्रधानमंत्री सामने नहीं आए। पहलगाम के लोग आप पर भरोसा करके वहाँ गए थे और वहीं मारे गए। केंद्र सरकार ने उनके लिए क्या किया है? क्या आपने उनके परिवारों से संपर्क किया है? क्या आपने उन्हें कुछ दिया है? आपने इस देश के आतंकवाद पीड़ितों के लिए क्या किया है?

जब आईबी और रॉ ने (पहलगाम में) संदिग्ध गतिविधि होने की बात कही थी, तब (गृह) विभाग क्या कर रहा था? आपको खतरे के संकेत कैसे नज़रअंदाज़ हो गए? आप ऑपरेशन सिंदूर की बात करके हमें ये सवाल भूलने पर मजबूर नहीं कर सकते? ये आपकी नाकामी है, आप हमें बार-बार यह नहीं बता सकते कि 100 साल या 50 साल पहले क्या हुआ था? आप नाकाम रहे। हमें बताइए कि आप नाकाम क्यों हुए?

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