तमिलनाडु डीजीपी ने बताया कि इस रैली की अनुमति दोपहर 3 बजे से 5 बजे तक के लिए दी गई थी। लेकिन विजय लगभग शाम 7 बजे कार्यक्रम स्थल पर पहुँचे। इस वजह से लंबे समय से इंतज़ार कर रही भीड़ में बेचैनी और अफरा-तफरी फैल गई।
उन्होंने यह भी कहा कि टीवीके के आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल्स पर पोस्टरों के ज़रिए यह प्रचारित किया गया था कि विजय दोपहर 12 बजे आएंगे। नतीजतन, लोग सुबह 11 बजे से ही इकट्ठा होने लगे और कई घंटों तक भीषण गर्मी में बिना पर्याप्त पानी और खाने-पीने की सुविधा के इंतजार करते रहे। यह थकावट और बेचैनी भी भगदड़ की पृष्ठभूमि बनी।
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