आंध्र प्रदेश | गुंटूर में सायनाइड से सीरियल किल्लिंग, 3 महिलाएं गिरफ्तार
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आंध्र प्रदेश | गुंटूर में सायनाइड से सीरियल किल्लिंग, 3 महिलाएं गिरफ्तार

आरोपी अन्य महिलाओं से दोस्ती करतीं थीं, उनका विश्वास जीतती और उन्हें सुनसान इलाकों में घुमाने ले जाते थे, जहां वे उन्हें सायनाइड मिला हुआ पेय पदार्थ पिला कर उनकी हत्या कर देते थे और उनके सोने के गहने लूट कर फरार हो जाते थे.


Cynaide Serial Killer: आंध्र प्रदेश के गुंटूर जिले से दिलदहला देने वाली खबर सामने आई है. पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है, जो महिलाओं के गहने लूटने के लिए उनसे जान पहचान बढ़ाता. फिर पीने की चीज में साइनाइड मिलाकर उनकी हत्या कर देता और गहने व नकदी आदि लेकर फरार हो जाता. सबसे ज्यादा चौकाने वाली बात ये है कि गिरोह की तीनों सदस्य महिलाएं हैं, जिन्हें पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. इन तीनों ने खुलासा किया है कि इन लोगों ने इससे पहले साइनाइड देकर एक पुरुष व तीन महिलाओं की हत्या की है.

आंध्र की इस घटना ने केरल के कूडाथई साइनाइड विषाक्तता मामले की याद दिला दी है, जिसमें 2002 से 2016 तक 14 वर्षों की अवधि में छह हत्याओं को अंजाम दिया गया था.

क्या है पुलिस का दावा
गुंटूर के एसपी सतीश कुमार ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए कहा कि कुछ महीने पहले चेब्रोलू में एक अज्ञात महिला संदिग्ध परिस्थितियों में मृत पाई गई थी. पुलिस ने मामला दर्ज कर दो विशेष टीमें गठित कीं और जांच शुरू की. मृतक महिला की पहचान तेनाली शहर के यादलिंगैया कॉलोनी की निवासी नागूरबी के रूप में हुई. पुलिस ने जाँच करते हुए कई संदिग्धों पर ध्यान केंद्रित किया और जांच के दौरान उन्नत तकनीक का उपयोग करते हुए कुछ चौंकाने वाले तथ्य भी हासिल किए. जिसके बाद तीन महिलाओं एम रजनी (40), एम वेंकटेश्वरी (32) और रजनी की मां जी रामनम्मा (60) को हिरासत में लिया गया. शुरुआत में इन तीनों ने ही पुलिस के सामने अपना मुंह नहीं खोला और पुलिस ने इन तीनों को छोड़ दिया लेकिन पुलिस ने इन पर अपनी नज़र बनायीं रखी.

आपराधिक पृष्ठभूमि
दिलचस्प बात ये है कि तीनों ही संदिग्ध महिलाओं ने शुरू में कुछ नहीं बताया. आखिरकार उन्हें तब पकड़ा गया जब एक ऑटो चालक ( जिसने मृतक को उसकी मौत से ठीक पहले अपने ऑटो में सवारी के रूप में बैठाया था ) ने खुलासा किया कि ये तीनों संदिग्ध महिलाएं भी उसी ऑटो में स्वर थीं और मृतक महिला नागूरबी के साथ ही आयीं थीं. पुलिस ने तीनों महिलाओं को फिर से हिरासत में लिया और उनसे सख्ती से पूछताछ की. तीनों ने खुलासा किया कि उन्होंने सायनाइड युक्त शराब से नागूरबी की हत्या की और फिर उसके सोने के गहने और नकदी लेकर भाग गए.

ये है मोडस ओपेरेंडी
पुलिस ने इन तीनों आरोपी महिलाओं की मोडस ओपेरेंडी के बारे में बात करते हुए बताया कि तीनों आरोपी अन्य महिलाओं से मित्रता करती थीं, उनका विश्वास जीतते थे और उन्हें बहला-फुसलाकर सुनसान इलाकों में ले जाते थे, जहां वे उन्हें साइनाइड मिला हुआ पेय पदार्थ पिला कर उनकी हत्या कर देते थे और उनके सोने के आभूषण लूट कर फरार हो जाते थे.

मुख्य आरोपी कम्बोडिया में साइबर अपराध में रही है शामिल, सास की भी कर चुकी है हत्या
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, मुख्य आरोपी एम रजनी कंबोडिया में साइबर अपराधों में भी शामिल थी. उसने अपनी मां के साथ मिलकर 2022 में संपत्ति के लिए अपनी सास सुब्बालक्ष्मी की हत्या की थी और अगस्त 2023 में तेनाली निवासी नागम्मा (60) की हत्या कर दी थी, ताकि कर्ज चुकाने से बच सके. इन लोगों ने भूदेवी के साथ मिलकर भूदेवी के पति मोशे की भी हत्या कर दी, क्योंकि वो अपनी पत्नी को प्रताड़ित करता था. इतना ही नहीं इन तीनों ने अलग-अलग घटनाओं में तीन अन्य महिलाओं की हत्या करने की भी कोशिश की, लेकिन सफल नहीं हुए.

कूडाथायी हत्याकांड
कूडाथाई साइनाइड हत्याएं केरल के कोझिकोड जिले में स्थित कूडाथाई में संदिग्ध मौतों के सिलसिले को संदर्भित करती हैं. इन घटनाओं में 2002 से 2016 तक 14 वर्षों की अवधि में छह मौतें शामिल थीं; इनकी जांच 2019 के अंत में की गई.
इस मामले ने मीडिया और जनता दोनों का ध्यान खींचा, जिसके परिणामस्वरूप जॉली जोसेफ को गिरफ़्तार किया गया. 47 वर्षीय गृहिणी ने नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ़ टेक्नोलॉजी कोझिकोड में लेक्चरर होने का झूठा दावा करके सभी को धोखा दिया और कथित तौर पर ज़हर के रूप में साइनाइड का इस्तेमाल करके छह हत्याएँ की थीं.


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