
बाबा सिद्दीकी मर्डर केस: आरोपियों ने पलटे बयान, चार्जशीट में नहीं लॉरेंस बिश्नोई का नाम!
Baba Siddique murder case: 26 गिरफ्तार आरोपियों में से जिन लोगों ने पहले जुर्म कबूल किया था, उन सभी ने अब अपने बयान वापस ले लिए हैं.
Baba Siddiqui murder case: बाबा सिद्दीकी मर्डर केस में आरोपियों के पलटते बयान और पुलिस द्वारा दबाव डालने के आरोप एक बड़ी कानूनी चुनौती बना सकते हैं. हालांकि, पुलिस के पास मामले को साबित करने के लिए पर्याप्त सबूत हैं. अब यह देखना दिलचस्प होगा कि कोर्ट इन नए मोड़ों को कैसे स्वीकार करती है और कौन सा एंगल केस को प्रभावित कर सकता है.
मुंबई के बांद्रा ईस्ट के खेरवाड़ी सिग्नल के पास 12 अक्टूबर 2024 को रात सवा 9 बजे राष्ट्रीय कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता बाबा सिद्दीकी पर तीन शूटरों ने फायरिंग की. उनका मर्डर उनके बेटे जीशान के ऑफिस के सामने हुआ. इस मर्डर के बाद पुलिस ने 29 लोगों को आरोपी बनाया था. जिनमें से अनमोल बिश्नोई समेत 3 वांटेड आरोपी अब भी फरार हैं. केस में मुख्य 6 आरोपियों ने पहले अपने इकबालिया बयान में हत्या में शामिल होने की बात कबूल की थी. लेकिन अब उन्होंने अपने बयान बदल लिए हैं. आरोपियों का कहना है कि पुलिस ने झूठे बयान देने के लिए उन पर दबाव डाला था. वहीं, बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान सिद्दीकी ने इस मर्डर के पीछे एक जमीन विवाद का शक जताया है.
गवाहों ने पलटा बयान
26 गिरफ्तार आरोपियों में से जिन लोगों ने पहले जुर्म कबूल किया था, उन सभी ने अब अपने बयान वापस ले लिए हैं. आरोपियों का कहना है कि जांच एजेंसी ने उन्हें धमकाया और उनके परिवार के खिलाफ फर्जी केस दर्ज करने की धमकी दी. इतना ही नहीं, आरोपियों ने दावा किया है कि पुलिस ने उनके बयान बदलवाने के लिए भारी दबाव डाला था, जिसमें एनकाउंटर की धमकी भी शामिल थी.
बिल्डर लॉबी से जुड़ा शक
बाबा सिद्दीकी के बेटे जीशान ने बताया कि उन्हें बिल्डर लॉबी से धमकियां मिल रही थीं. उन्होंने जांच एजेंसी से इस एंगल पर भी जांच की अपील की है.
बचाव पक्ष
वहीं, बचाव पक्ष के वकील का कहना है कि जब आरोपी अपना बयान बदलते हैं तो कोर्ट में उनका बयान स्वीकार नहीं किया जाता. अब सबसे अहम साबित करने के लिए मामले में मौजूद पुख्ता सबूत होंगे. पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज की साइंटिफिक सर्टिफाइड कॉपी अब तक कोर्ट में पेश नहीं की है. जबकि चार्जशीट में आरोपियों के वारदात के दिन के सीसीटीवी फुटेज को आधार बनाया गया है. विशेषज्ञों का मानना है कि बड़े केसों में आरोपी अक्सर अपने बयान बदलते हैं. इसके बावजूद मजबूत एविडेंस के साथ केस में आरोप साबित किए जा सकते हैं. इसलिए अब पुलिस को साइंटिफिक एविडेंस पर जोर देना होगा.
चार्जशीट के मुख्य बिंदु
आरोपियों की संख्या
चार्जशीट में 26 आरोपियों का जिक्र किया गया है, जिनमें से 3 वांटेड आरोपी अभी भी फरार हैं. इनमें शुभम लोनकर, मोहम्मद यासीन उर्फ जीशान अख्तर और अनमोल बिश्नोई शामिल हैं. हालांकि, चार्जशीट में गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का नाम नहीं है.
हत्या का मकसद
जांच एजेंसी ने हत्या के पीछे दो मुख्य वजहें बताई हैं, जिनमें पहला सलमान खान के करीबी होने के कारण बाबा सिद्दीकी से गैंग की नाराजगी और दूसरा अनमोल बिश्नोई का मुंबई में अपना वर्चस्व स्थापित करना.
कनेक्शन का खुलासा
गुरमेल सिंह ने बताया कि अनमोल बिश्नोई ने स्नैपचैट पर उनसे बातचीत के दौरान बताया था कि बाबा सिद्दीकी डॉन दाऊद इब्राहीम के लिए काम करते हैं. इस वजह से उन्हें मारा जाना था.
लॉरेंस बिश्नोई का नाम चार्जशीट में क्यों नहीं?
चार्जशीट में गैंग लीडर अनमोल बिश्नोई को बताया गया है. जबकि लॉरेंस बिश्नोई का नाम गायब है. हालांकि, जांच में यह सामने आया कि आरोपियों के बयान से यह स्पष्ट होता है कि वे लॉरेंस बिश्नोई से प्रेरित थे और उनका नाम भी इस गैंग के साथ जुड़ा था. सुशील उर्फ बब्बू ने पुलिस को बताया कि वह लॉरेंस के वीडियो देखकर इस गैंग से जुड़ा था और इसके बाद शुभम लोनकर से उसका संपर्क हुआ था.
मर्डर में शामिल मुख्य आरोपी
सुशील उर्फ बब्बू
सुशील ने कबूल किया कि 2020 में उसने फेसबुक पर शुभम लोनकर से दोस्ती की थी. जो बाद में उसे अनमोल बिश्नोई से जोड़ने का काम करता था. उसने बताया कि 2024 में अनमोल से संपर्क करके मर्डर की योजना बनाई थी और इसके लिए उसने नितिन सप्रे और शिवा को रेकी के लिए भेजा था.
धर्मराज कश्यप
धर्मराज ने बताया कि शुभम लोनकर ने उन्हें बाबा सिद्दीकी का मर्डर करने के लिए पैसे ऑफर किए थे. इसके बाद, वह और अन्य आरोपी पुणे से मुंबई आए और मर्डर के लिए तैयार हुए.
गुरमेल सिंह
गुरमेल ने बताया कि हत्या के बाद, उसे अनमोल बिश्नोई से स्नैपचैट पर संपर्क किया गया था और मर्डर के बाद भी उसे लगातार निर्देश मिलते रहे.
बिल्डर लॉबी और राजनीतिक कनेक्शन
जीशान सिद्दीकी ने मर्डर के पीछे बिल्डर लॉबी का हाथ होने का शक जताया है. उन्होंने आरोप लगाया कि उनके पिता को जमीन विवाद के कारण धमकियां मिल रही थीं. इसके अलावा जीशान ने बीजेपी नेता मोहित कंबोज का भी नाम लिया है. जो उनके पिता के संपर्क में थे. हालांकि, जीशान ने उन पर कोई आरोप नहीं लगाया. लेकिन पुलिस से इस एंगल पर जांच की अपील की है.
मुंबई पुलिस का स्टेटमेंट
मुंबई पुलिस ने मामले पर स्पष्ट किया है कि आरोपियों के बयान पलटने से केस पर कोई खास असर नहीं पड़ेगा. उनके पास पर्याप्त एविडेंस हैं, जिनमें सीसीटीवी फुटेज, सोशल मीडिया चैट्स और अन्य तकनीकी सबूत शामिल हैं, जो आरोपियों के खिलाफ मजबूत केस बनाते हैं.