बहराइच हिंसा में रामगोपाल मिश्रा की हत्या का आरोपी सरफराज साथी सहित एनकाउंटर में घायल
यूपी एसटीएफ ने इस एनकाउंटर में कुल पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. इनमें से दो सरफराज और तालिब के पैर में गोली लगी है. ये लोग नानपारा इलाके से पकड़े गए हैं और नेपाल भागने की फिराक में थे
Baharaich Encounter : उत्तर प्रदेश के बहराइच में हिंसा के दौरान 22 वर्षीय राम गोपाल मिश्रा की हत्या के मुख्यारोपी सरफराज उर्फ रिंकू और तालिब को यूपी एसटीएफ ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. अब तक की जानकारी के अनुसार दोनों के पैर में गोली लगी है, जिन्हें उपचार के लिए अस्पताल ले जाया गया. इनके साथ ही तीन अन्य आरोपियों को भी गिरफ्तार किया गया है. सभी पाँचों बहराइच हिंसा में मारे गए राम गोपाल मिश्रा की हत्या में शामिल बताए जा रहे हैं. ये मुठभेड़ गुरुवार (17 अक्टूबर) को दोपहर के समय नानपारा बायपास पर हुई. बताया जा रहा है कि दोनों आरोपी नेपाल भागने की फिराक में थे.
पुलिस के अनुसार ये मुठभेड़ अंतरराष्ट्रीय सीमा के पास उस समय हुई जब वे नेपाल भागने की कोशिश कर रहे थे.
अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून एवं व्यवस्था) अमिताभ यश ने एक समाचार चैनल को बताया, "पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है."
नेपाल लिंक
मुठभेड़ के बारे में अमिताभ यश ने बताया कि, "मुझे गोलीबारी और गोली लगने से घायल होने की सूचना मिली है." यश ने कहा कि हत्या और उसके बाद हुई हिंसा की जांच कर रही बहराइच पुलिस ने पहले ही एक आरोपी के नेपाल से संबंध स्थापित कर लिए हैं.
सरफराज और फहीम बहराइच हिंसा मामले के मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद के बेटे हैं. तालिब इनका साथी है. ये मुठभेड़ उस हिंसक घटना से जुड़े संदिग्धों की गिरफ्तारी के लिए चल रहे प्रयासों के तहत हुई, जिसमें मिश्रा की जान चली गई थी. उनकी संलिप्तता की पूरी सीमा निर्धारित करने के लिए आगे की जांच चल रही है.
13 अक्टूबर को मूर्ति विसर्जन के दौरान हुई थी हिंसा
ज्ञात रहे कि 13 अक्टूबर रविवार को बहराइच जिले की महसी तहसील के महाराजगंज में रविवार को दुर्गा पूजा विसर्जन जुलूस के दौरान एक पूजा स्थल के बाहर कथित तौर पर तेज आवाज में संगीत बजाने को लेकर हिंसा भड़क गई थी. वहां से गुजर रहे समूह में शामिल राम गोपाल मिश्रा की हिंसा में गोली लगने से मौत हो गई थी. इस घटना से इलाके में तोड़फोड़ और आगजनी शुरू हो गई तथा गुस्साई भीड़ ने कई घरों, दुकानों, शोरूमों, अस्पतालों और वाहनों को आग लगा दी.
चार दिन बाद बहाल किया गया इन्टरनेट
इस बीच, हिंसाग्रस्त महराजगंज सहित बहराइच जिले में चार दिन बाद गुरुवार को इंटरनेट सेवाएं बहाल कर दी गईं . अधिकारियों के अनुसार, रविवार की हत्या और उसके बाद हुई हिंसा के संबंध में पुलिस ने अब तक 12 प्राथमिकी दर्ज की हैं और 55 संदिग्धों को गिरफ्तार किया है.
अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर लगाया आरोप
सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने बहराइच हिंसा के लिए यूपी सरकार को जिम्मेदार ठहराया. समाजवादी पार्टी (सपा) प्रमुख अखिलेश यादव ने गुरुवार को बहराइच हिंसा मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए इसे योगी आदित्यनाथ सरकार और स्थानीय प्रशासन की विफलता करार दिया.
उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री ने इस बात पर भी आश्चर्य जताया कि जब इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था तो वहां कोई पुलिस सुरक्षा क्यों नहीं थी.
लखनऊ में पत्रकारों से बात करते हुए यादव ने कहा, "यह बहराइच प्रशासन और सरकार की विफलता है. वे जीरो टॉलरेंस की बात करते हैं और हर कार्यक्रम को शांतिपूर्ण तरीके से आयोजित करने की बात करते हैं. तो जब इतना बड़ा कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा था, तो वहां पुलिस सुरक्षा क्यों नहीं थी?"
उन्होंने कहा, "क्या प्रशासन को इसकी जानकारी नहीं थी कि वहां क्या और कैसे हो रहा था?"
सोमवार को भी यादव ने आरोप लगाया कि राज्य की भाजपा सरकार हिंसा के पीछे के कारणों को जानती है और छोटी मछलियों को पकड़ने से उसे कोई मदद नहीं मिलेगी.
उन्होंने एक्स पर लिखा, "सरकार हिंसा का कारण जानती है. कनिष्ठ अधिकारियों के खिलाफ कार्रवाई करने से कोई फायदा नहीं होगा। जुलूस निकाले जाने के दौरान प्रशासन को सतर्क रहना चाहिए था."
(एजेंसी इनपुट्स के साथ)
Next Story