बिना जानकारी कोई कंपनी तो आपके नाम पर नहीं है रजिस्टर्ड, ऐसे करें पता
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बिना जानकारी कोई कंपनी तो आपके नाम पर नहीं है रजिस्टर्ड, ऐसे करें पता

जीएसटी फ्रॉड में फर्जी दस्तावेजों से कंपनियां खोली जा रही हैं .आपके पैन और आधार कार्ड का गलत इस्तेमाल हो सकता है.


तेजी से बढ़ रहे फर्जीवाड़े के जमाने में सभी को सतर्क रहने की जरुरत है. ऐसा भी हो सकता है कि आपके नाम पर कोई कंपनी या फर्म रजिस्टर्ड हो और आपको इसकी भनक भी न हो. इतना ही नहीं उस फर्जी कंपनी के नाम पर करोड़ो की ट्रांजेक्शन चल रहा हो, जिसकी आड़ में सरकार को जीएसटी का चूना लगाया जा रहा हो.तो ऐसे में हम आपको बताते हैं कि आप खुद कैसे इस चीज का पता लगा सकते हैं कि आपके नाम पर कोई फर्म या कंपनी रजिस्टर्ड तो नहीं है.इसके लिए सबसे पहले ये जानना होगा कि कंपनी या फर्म के पंजीकरण जिसे अंग्रेजी में रजिस्ट्रेशन कहते हैं, के लिए किन दस्तावेजों की जरुरत होती है. इसके लिए सबसे जरुरी दस्तावेज पैन कार्ड और आधार कार्ड होते हैं. कंपनी या फर्म के पंजीकरण के लिए आपको जीएसटी नम्बर भी लेना होता है.

अब जानते हैं कि जीएसटी नम्बर का कैसे पता करें

- इसके लिए सबसे पहले आपको जीएसटी की वेबसाइट या पोर्टल पर जाना होगा. वहां जाकर आपको सर्च टैक्सपयेर्स पर क्लिक करना होगा. इसके बाद आपको स्क्रीन पर अलग अलग आप्शन नज़र आयेंगे, इनमे से आपको सर्च बाय पैन वाले आप्शन को चुनना होगा. आपसे आपका पैन कार्ड नंबर और स्क्रीन पर दिख रहे कैप्चा कोड को भरने के लिए कहा जायेगा. डिटेल्स भरने के बाद आपको सर्च बटन पर क्लिक करना होगा.

- अगर आपके पैन नंबर कोई भी जीएसटी नम्बर लिया गया होगा तो वो स्क्रीन पर दिख जायेगा.

- अगर आपके नाम पर जीएसटी नंबर दिखाई दे रहा है तो फिर आपको ये जानना होगा कि कौनसी कंपनी आपके नाम पर पंजीकृत है.

- इसके लिए आपको जीएसटीआईएन वाले हाइपरलिंक पर क्लिक करना होगा. जैसे ही आप क्लिक करेंगे तो जीएसटीएन रिडायरेक्ट हो जायेगा. कैप्चा कोड भी फिर से भरना होगा, उसके बाद फिर से क्लिक करना होगा. क्लिक करने के बाद स्क्रीन पर कंपनी का पूरा विवरण आ जायेगा.

अब बारी है ये चेक करने की कि क्या आपकी जानकारी के बगैर आपके नाम पर कोई लोन तो नहीं ले रखा

- इसके लिए आपको अपने पैन कार्ड का नंबर इस्तेमाल करना होगा.

- आपके नाम पर कोई लोन है या कोई क्रेडिट कार्ड है, इसका पता आपको सिबिल से पता चल सकता है.

- सिबिल के लिए तमाम वेबसाइट और एप हैं. इतना ही नहीं तमाम डिजिटल पेमेंट एप जैसे पेटीएम, क्रेड, फ़ोन-पे आदि. इन पर जाकर आप फ्री में ही सिबिल चेक कर सकते हैं.

- आपके पैन कार्ड नंबर से आपको सिबिल स्कोर की जानकारी मिल जाएगी. फिर आपको ये भी पता चल जायेगा कि आपके नाम और पैन नंबर पर कोई लोन या क्रेडिट कार्ड चल रहा है या नहीं.

नोएडा में पकड़ा जा चुका है जीएसटी चोरी का रैकेट

नोएडा पुलिस ने ऐसे फर्जीवाड़े में 8 लोगों को गिरफ्तार किया था. ये गैंग दो मॉड्यूल में काम करता था. पहले का काम फर्जी दस्तावेजों के आधार पर फर्जी फर्म का पंजीकरण कराना होता था और फिर उस फर्जी कंपनी को दूसरे मोड्यूल को बेच देना होता था.

दूसरा मोड्यूल फर्जी फर्म के जरिए बगैर किसी खरीद-फरोख्त के फर्जी बिलिंग के माध्यम से सरकार से जीएसटी रिफंड लेता था.

नोएडा पुलिस का दावा है कि इस फर्जीवाड़े से ये गैंग एक महीने में एक फर्म से लगभग 2 से 3 करोड़ की बिलिंग करता था और फिर उसकी अवज में लाखों का जीएसटी रिटर्न हासिल करता था. पुलिस ने इनके पास से 2660 फर्जी फर्म का डाटा बरामद किया था.

कैसे हुआ था इस फर्जीवाड़े का खुलासा

दरअसल नोएडा स्थित फिल्म सिटी में ही स्थित एक नामी न्यूज़ चैनल के नामी वेब पोर्टल के सम्पादक के पैन और आधार कार्ड का फर्जी इस्तेमाल कर फर्जी कंपनी का पंजीकरण कराया गया था. उसके बाद इत्तेफाकन पीड़ित सम्पादक जब टैक्स रिटर्न भर रहे तो उन्हें इस बात की जानकारी हुई कि उनके नाम पर कोई फर्म पंजीकृत है. जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस से की गयी थी.

दिल्ली पुलिस को मिली ऐसी एक शिकायत

दिल्ली पुलिस को भी एक ऐसी ही शिकायत मिली है, जो मूलरूप से ग्वालियर के रहने वाले चन्दन सोनी ने दी है. उनका कहना है कि वो जब इनकों टैक्स रिटर्न भर रहे थे तो उन्हें मालूम हुआ कि उनके नाम पर कोई कंपनी पंजीकृत है, जबकि उन्होंने कोई कंपनी पंजीकृत नहीं कराई थी. उस कंपनी से जीएसटी रिटर्न भी लिया गया था.

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