
बिहार होमगार्ड भर्ती में बेहोश हुई महिला के साथ एंबुलेंस में अस्पताल ले जाते समय बलात्कार, ड्राइवर और टेक्नीशियन गिरफ्तार
पुलिस के अनुसार, बोधगया में होमगार्ड की भर्ती प्रक्रिया के तहत शारीरिक परीक्षा (दौड़) के दौरान महिला बेहोश होकर गिर पड़ी थी। उसे तत्काल वहां खड़ी एंबुलेंस में अस्पताल ले जाने के लिए डाला गया जहां बाद में उसके साथ रेप हुआ
गया जिले के बोधगया में होमगार्ड भर्ती के दौरान बेहोश हुई एक महिला के साथ एंबुलेंस में बलात्कार किए जाने का आरोप सामने आया है। पीड़िता ने आरोप लगाया कि जब वह अस्पताल ले जाई जा रही थी, उसी दौरान एंबुलेंस में ड्राइवर और एक अन्य कर्मी ने उसके साथ दुष्कर्म किया।
पुलिस के अनुसार, 24 जुलाई को बोधगया में होमगार्ड की भर्ती प्रक्रिया के तहत शारीरिक परीक्षा (दौड़) के दौरान महिला बेहोश होकर गिर पड़ी। उसे तत्काल वहां खड़ी एंबुलेंस में अस्पताल ले जाने के लिए डाला गया। लेकिन रास्ते में पीड़िता के साथ एंबुलेंस के अंदर ही कथित रूप से बलात्कार हुआ।
मीडिया रिपोर्ट्स में पुलिस अधिकारी के हवाले से बताया गया है कि, “महिला ने बाद में आरोप लगाया कि अस्पताल ले जाते समय एंबुलेंस में ड्राइवर और साथ मौजूद स्टाफ ने उसके साथ यौन शोषण किया।”
इसके बाद घटना की सूचना पुलिस को दी गई। गया एसएसपी ने तुरंत एक विशेष जांच दल (SIT) का गठन किया, जिसकी निगरानी नगर पुलिस अधीक्षक कर रहे थे और नेतृत्व बोधगया के उप-मंडलीय पुलिस पदाधिकारी (SDPO) ने किया। फॉरेंसिक साइंस लैबोरेटरी की टीम को भी मौके से साक्ष्य इकट्ठा करने और आसपास के सीसीटीवी फुटेज खंगालने के लिए बुलाया गया।
पुलिस ने कहा, "महिला की मेडिकल जांच, बयान और वीडियो निगरानी के आधार पर आरोपियों की पहचान कर ली गई और शिकायत मिलने के दो घंटे के भीतर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया।"
गिरफ्तार आरोपी हैं-
विनय कुमार, एंबुलेंस ड्राइवर, गया जिले के कोंच थाना क्षेत्र के उत्रेन गांव निवासी
अजीत कुमार, टेक्नीशियन, नालंदा जिले के तेल्हारा थाना क्षेत्र के चंदपुर गांव निवासी
गया के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने कहा, "इस मामले की त्वरित जांच के बाद चार्जशीट दाखिल की जाएगी। शीघ्र सुनवाई सुनिश्चित की जाएगी ताकि दोषियों को कठोर सजा मिल सके।"
विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को टैग करते हुए पोस्ट किया, "प्रिय भाइयों और आदरणीय प्रधानमंत्री… क्या आप इसे राक्षसी राज कहेंगे? क्या आप इसे अपराधियों द्वारा संरक्षित एक विकृत राज्य कहेंगे? क्या इसे आप अराजकता कहेंगे या फिर मोदी-नीतीश की कुशासन की पराकाष्ठा?"
उन्होंने आगे लिखा, "इस मोदी-नीतीश के राक्षसी शासन में रोज़ मां, बहनों, बेटियों और बच्चों की गरिमा लूटी जा रही है, लेकिन अपराध, बलात्कार और भ्रष्टाचार की बेलगाम घटनाओं पर एक भी मंत्री या उपमुख्यमंत्री बोलने की हिम्मत नहीं करता।"
तेजस्वी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके दो उपमुख्यमंत्रियों की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा, "अगर ऐसी घटनाओं के बाद भी तथाकथित 'जागृत' और 'न्यायप्रिय' लोगों का खून नहीं खौलता, तो समझ जाइए कि वे पूरी तरह जातिवादी और घोर पक्षपाती हैं।"