27 साल बाद जेल से लौटा भाई बना जल्लाद, बहन की कैंची से की निर्मम हत्या
x
हत्या काण्ड

27 साल बाद जेल से लौटा भाई बना जल्लाद, बहन की कैंची से की निर्मम हत्या

शराब के पैसों के लिए मानसिक रूप से बीमार बहन पर किया था हमला, लोनी में दिल दहला देने वाली वारदात आई सामने


गाज़ियाबाद के लोनी क्षेत्र से एक चौंकाने वाली घटना सामने आई है, जहां एक भाई ने अपनी ही बहन की जान ले ली। 26 वर्षीय अफसार, जो मानसिक रूप से अस्वस्थ थीं, की उनके सगे भाई इलियास उर्फ कालू ने कैंची से गोदकर उसकी हत्या कर दी। बताया जा रहा है कि इस क्रूर वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी मौके से फरार हो गया, लेकिन पुलिस ने उसे कुछ ही दूरी पर गिरफ्तार कर लिया।

बुधवार की रात परिवार के लिए बनी खौफनाक

यह पूरी घटना बुधवार रात की है, जब पीड़िता की मां इरशादी अपनी बेटी अफसार को लेकर लोनी मेन बाजार दवा लेने गई थीं, जब वह वापिस लौटी तो उनका बेटा इलियास रास्ते में मिला और अचानक इस हिंसक घटना को अंजाम दे डाला।

लोनी के गोरी पट्टी मोहल्ले में फैली सनसनी

यह भयावह घटना लोनी के गोरी पट्टी मोहल्ले में हुई, जो गाज़ियाबाद जिले का हिस्सा है। यहां इरशादी अपने सात बच्चों के साथ रहती हैं। मोहल्ले में वारदात के बाद मातम छा गया है और पड़ोसी भी सदमे में हैं।

27 साल बाद जेल से लौटा भाई बना हत्यारा

हत्या का आरोप इलियास उर्फ कालू पर लगा है, जो कुछ ही समय पहले 27 साल की सज़ा पूरी कर जेल से रिहा हुआ था। पहले भी वह हत्या के मामले में दोषी ठहराया जा चुका है। बाहर आने के बाद से ही उसका व्यवहार अजीब और हिंसक बताया जा रहा था।

शराब के लिए पैसे मांगे, बहन ने किया इनकार

घटना के पीछे की वजह जानकर हर कोई हैरान है, जानकारी के अनुसार इलियास अपनी बहन से शराब पीने के लिए पैसे मांग रहा था। जब अफसार ने इनकार कर दिया, तो आरोपी ने आपा खो दिया और जेब से कैंची निकालकर उस पर कई वार कर दिए। बहन को पेट और पैरों पर गंभीर चोटें आईं और वह खून से लथपथ ज़मीन पर गिर गई।परिवारवालों ने तुरंत अफसार को अस्पताल पहुंचाया, लेकिन इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। आरोपी वारदात के बाद फरार हो गया था लेकिन पुलिस ने थोड़ी ही देर में उसे पकड़ लिया।

पुलिस की कार्रवाई

घटना की सूचना मिलते ही पुलिस की टीम मौके पर पहुंची और घटनास्थल का निरीक्षण किया। एसीपी लोनी सिद्धार्थ गौतम ने जानकारी दी कि आरोपी को कुछ ही दूरी पर पकड़ लिया गया है और उसके खिलाफ हत्या की धाराओं में मुकदमा दर्ज कर आगे की जांच की जा रही है।

यह घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि अपराधी मानसिकता रखने वाले लोगों की समाज में वापसी पर किस तरह की निगरानी और पुनर्वास प्रणाली होनी चाहिए। पारिवारिक संबंधों की आड़ में जब कोई इतना बड़ा अपराध कर दे, तो सवाल कई उठते हैं।

Read More
Next Story