जीने-मरने की खाई थी कसम लेकिन मार डाला, 33 साल बाद पकड़ में आरोपी
नवी मुंबई पुलिस ने एक ऐसे शख्स को गिरफ्तार किया है जिसने 33 साल पहले गुनाह को अंजाम दिया था। वो करीब तीन दशक तक पुलिस को चकमा देता रहा।
Mumbai Crime News: गुनाह करने वाले कितना भी शातिर क्यों ना हो। पुलिस को चकमा देने की कोशिश करता रहे। एक ना एक दिन वो पकड़ में आ ही जाता है। मुंबई के एक शख्स ने 33 साल पहले गुनाह को अंजाम दिया था। तीन दशक से अधिक समय तक वो पुलिसिया नजर से बचने में कामयाब भी रहा। लेकिन अब वो पुलिस की गिरफ्त में है। आरोपी पर अपनी ही पत्नी को मारने का आरोप जिसके साथ उसने जीने मरने की कसम खाई थी। नवी मुंबई पुलिस ने 70 वर्षीय एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, जो अपनी पत्नी की कथित हत्या के बाद पिछले 33 वर्षों से फरार था।उन्होंने बताया कि आरोपी बाबू गुडगीराम काले (Accused Babu Gudagi Ram Kale) को रविवार को पड़ोसी मुंबई के मुलुंड उपनगर के पास से गिरफ्तार किया गया, जहां वह मजदूरी करता था और आजीविका के लिए फूल बेचता था।
पनवेल टाउन पुलिस स्टेशन (Panvel Police) के वरिष्ठ निरीक्षक नितिन ठाकरे ने बताया कि यह मामला 28 जनवरी, 1991 का है, जब काले ने अपनी पत्नी के साथ अक्सर होने वाले घरेलू विवादों के बाद, नवी मुंबई के पनवेल इलाके में अपने घर में कथित तौर पर उस पर मिट्टी का तेल छिड़का और उसे आग लगा दी थी।उन्होंने बताया कि बाद में महिला की अस्पताल में इलाज के दौरान गंभीर रूप से जलने के कारण मौत हो गईबाद में काले के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 302 (हत्या) के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई और एक स्थानीय अदालत ने उसके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी किया।हालांकि, काले पकड़ से बचता रहा और तीन दशकों से अधिक समय तक छिपा रहा।पुलिस ने भगोड़े को पकड़ने के लिए खुफिया और तकनीकी इनपुट दोनों का इस्तेमाल करते हुए कई सुरागों का पीछा किया।
शुरुआती सुरागों से पता चला कि वह मुंबई के मुलुंड इलाके (Mumbai Crime news) में मौजूद है। लेकिन बाद में पुलिस महाराष्ट्र के मराठवाड़ा क्षेत्र के परभणी पहुंची और काले के मोबाइल फोन डेटा और निगरानी के आधार पर आखिरकार मुंबई वापस आ गई, अधिकारी ने कहा।उन्होंने कहा कि रविवार को जब पुलिस ने आरोपी को पकड़ा तो वह हैरान रह गया।पुलिस ने कहा कि गिरफ्तारी के बाद काले को एक स्थानीय मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया गया, जिन्होंने उसे 3 जनवरी, 2025 तक पुलिस हिरासत में भेज दिया।