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देखते ही देखते जब 6 परिवार हो गए तबाह, क्या है देहरादून कार हादसा
देहरादून कार एक्सीडेंट की पहली वजह कार की स्पीड बताई जा रही है। लेकिन सनरूफ का टूटना या हादसे से पहले पार्टी पर जांच की सुई घूम चुकी है.
Dehradun Car Accident News: गलती किसकी थी, हालत कैसे थे और हादसे की वजह क्या थी। ये सब अभी सवालों के लिफाफे में कैद हैं। एक ही झटके में 6 युवाओं की जान ही नहीं गई बल्कि 6 परिवार तबाह हुए। अब उनके सामने वो ना होंगे सिर्फ तस्वीरें और यादें होंगी। घटना सोमवार 11 नवंबर की रात की है 6 दोस्त एक पार्टी से वापस अपने घर जा रहे थे और उनकी कार एक मोड़ पर ट्रक से जा टकराई और गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। मौके पर जिन लोगों ने उस हादसे को देखा था उनका अंदाजा यही था कि शायद ही को जिंदा बचा होगा। इस मामले में सीसीटीवी के कुछ फुटेज भी सामने आए हैं जिसमें कार की स्पीड बहुत अधिक थी जिसकी तस्दीक कार की छत से होती है। कार की छत पुरी तरह उड़ चुकी थी।
तेज रफ्तार से आ रही एमयूवी एक कंटेनर ट्रक से टकरा गई थी। उस हादसे में देहरादून के रहने वाले गुनीत सिंह, कामाक्षी सिंघल, नव्या गोयल, ऋषभ जैन और अतुल अग्रवाल तथा हिमाचल प्रदेश के चंबा के रहने वाले कुणाल कुकरेजा की तत्काल मौत हो गई। एकमात्र जीवित बचे सिद्धेश अग्रवाल की हालत स्थिर है और वह अस्पताल में भर्ती हैं, लेकिन फिलहाल वह दुर्घटना के बारे में कुछ नहीं बता पा रहे हैं।ये युवा सिद्धेश द्वारा आयोजित एक पार्टी से लौट रहे थे। पुलिस की जांच से पता चलता है कि दुर्घटना का कारण तेज गति से गाड़ी चलाना था।
कैंट पुलिस स्टेशन के इंस्पेक्टर केसी भट्ट का कहना है कि शुरुआती निष्कर्षों से ट्रक चालक की गलती का संकेत नहीं मिलता है। टक्कर तब हुई जब तेज गति से चल रही एमयूवी ने ट्रक के बाएं पिछले हिस्से को टक्कर मार दी - जो बड़े वाहनों में एक जाना-माना ब्लाइंड स्पॉट है। भट्ट ने कहा कि एमयूवी चलाने वाला जिंदा नहीं है इसलिए हम कानूनी विकल्पों पर विचार कर रहे हैं क्योंकि मरणोपरांत कोई आरोप नहीं लगाया जा सकता है।
सीसीटीवी फुटेज से पता चलता है कि एमयूवी शुरू में चेकपॉइंट्स से मध्यम गति से चल रही थी। लेकिन ओएनजीसी चौराहे के पास दुर्घटना से ठीक पहले इसकी गति तेज हो गई। ट्रक को स्थिर रूप से चलते हुए देखा गया, जिसने छह मिनट में 1.5 किलोमीटर की दूरी तय की जब एमयूवी ने पीछे से उसे टक्कर मारी थी। दुर्घटना का प्रभाव इतना जोरदार था कि इसने एमयूवी की छत को फाड़ दिया, जिससे दो यात्रियों के सिर धड़ से अलग हो गए। एमयूवी इतनी बुरी तरह क्षतिग्रस्त हो गई थी कि उसे पहचानना मुश्किल हो गया।
बताया जाता है कि कार में सवार सभी युवा सिद्धेश द्वारा आयोजित एक पार्टी से लौट रहा था। एक आईविटनेस ने बताया कि पैसिफिक मॉल के पास रात 1 बजे के आसपास एमयूवी से टक्कर होते-होते बची। कार हमारी ओर गलत दिशा से तेज गति से आ रही थी। उन्होंने पास की चौकी पर पुलिस को सूचित किया लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। बाद में उन्होंने आपातकालीन हेल्पलाइन के माध्यम से घटना की सूचना दी और यहां तक कि एसएसपी और सीएम कार्यालय सहित अधिकारियों को ईमेल भी किया लेकिन अगली सुबह यह जानकर वे हतप्रभ रह गए कि वही वाहन इस घातक दुर्घटना में शामिल था।
शुरुआती जांच के आधार पर, ऐसा प्रतीत होता है कि एमयूवी के युवा चालक ने समय का गलत अनुमान लगाते हुए दूसरी कार को ओवरटेक करने का प्रयास किया।पुलिस का मानना है कि उसने चौराहे को पार करने से पहले ट्रक को पास करने की कोशिश की, जिससे ट्रक के बाएं हिस्से से घातक टक्कर हो गई।
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