12 साल पहले हुई मां बेटी की हत्या आज भी बनी हुई है पहेली
29 साल की महिला और 12 साल की बच्ची की की गयी थी बेरहमी से हत्या महिला के शरीर पर चाकू से किये गए थे 16 वार
दिल्ली के राजौरी गार्डन इलाके में 12 साल पहले हुए दोहरे हत्याकांड के मामले में दिल्ली पुलिस के हाथ आज भी खाली हैं. एक ऐसा हत्याकांड जिसमें हत्या करने वाले या वालों ने निर्ममता के साथ एक महिला और उनकी 8 साल की बेटी की चाकू से गोद कर हत्या कर दी. घर का सामान भी बिखरा पड़ा था, जिससे पुलिस को लगा कि शायद ये हत्या लूट के चलते की गयी हो क्यूंकि घर से 35 हजार रूपये और गहने भी गायब थे, लेकिन फिर पोस्टमोर्टेर्म रिपोर्ट ने पुलिस की थ्योरी को बदल दिया.
सबसे पहले जानते हैं इस दोहरे हत्याकांड के बारे में
ये घटना 14 जनवरी 2012 की है. दिल्ली पुलिस को सुचना मिली कि राजौरी गार्डन इलाके में एक घर के अन्दर एक महिला और उनकी बेटी की हत्या कर दी गयी है. पुलिस मौके पर पहुंची. सर्दियों के दिन थे. ये कॉल शाम लगभग 4:30 - 5 बजे की गयी थी. पुलिस जब घर के अंदर दाखिल हुई तो बेडरूम में एक महिला और उनकी 8 साल की एक बेटी लहूलुहान हालत में बेड पर मृत पड़े थे. महिला का नाम गुरप्रीत कौर(29) था और बच्ची का नाम जैस्मिन(8) था.
ये देख कर चौंक गयी पुलिस
पुलिस जब बेडरूम में दाखिल हुई और दोनों शव देखे तो वहीं पुलिस ने कुछ ऐसा देखा जिसे देख कर पुलिस चौंक गयी. वहां पर लगभग 2 साल की एक बच्ची भी थी, जो खेल रही थी. ये बच्ची गुरप्रीत की बेटी थी, यानि हत्यारों ने उस बच्ची को कुछ नहीं कहा.
हत्या का मकसद लूट या रंजिश, पोस्टमार्टेर्म रिपोर्ट ने सोचने पर किया मजबूर
पुलिस के अनुसार जब मौका ऐ वारदात का मुआयना किया गया तो घर का सारा सामान बिखरा हुआ था. घर से 35 हजार रूपये की नकदी और कुछ गहने भी गायब थी. शुरू में लगा कि हत्या का मकसद लूट हो सकती है लेकिन फिर कुछ सवाल ऐसे भी आये जो सोचने पर मजबूर करने लगे कि आखिर कुछ और भी वजह हो सकती है जैसे 2 साल की बच्ची को क्यों नहीं मारा? ये सब पुलिस के दिमाग में चल ही रहा था कि फिर पोस्टमार्टेर्म रिपोर्ट आ गयी.
ये था पोस्टमार्टेर्म रिपोर्ट में
पुलिस के अनुसार पोस्टमार्टेर्म रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि गुरप्रीत के शरीर पर चाकू से 16 वार किये गये थे जबकि 8 साल की बच्ची के शरीर पर 2. इस खुलासे से पुलिस को प्रतीत हुआ कि हत्यारे के मन में गुरप्रीत के प्रति गुस्सा भी था, जो रंजिश की वजह से हो सकता है या फिर किसी और वजह से. सिर्फ लूट के चलते किसी पर इतने वार नहीं किये जायेंगे.
घर के नौकर ने दी थी पुलिस को सूचना
पुलिस ने जाँच शुरू की तो पता चला कि घरेलु नौकर ने पुलिस को इस घटना की जानकारी दी थी. घर में काम करने वाले नौकर ने बताया कि वो 3 बजे किसी काम से बाहर गया था और जब शाम 4:30 बजे लौटा तो उसने देखा की मां बेटी की हत्या हो चुकी थी. नौकर ने पुलिस को ये भी बताया कि उसे गुरप्रीत के पति ने ही किसी काम से बाहर भेजा था.
पुलिस ने पति समेत रिश्तेदारों समेत कई लोगो से की पूछताछ
पुलिस ने गुरप्रीत के पति से पूछताछ की. गुरप्रीत का पति व्यापर करता है. जिस घर में हत्या हुई उसकी ग्राउंड फ्लोर पर गुरप्रीत के रिश्तेदार रहते थे जबकि फर्स्ट फ्लोर पर गुरप्रीत अपने पति व् बच्चों के साथ रहती थी.
जिस मकान में यह डबल मर्डर हुआ था। वहां पहली मंजिल पर गुरप्रीत पति व बेटियों के साथ रहती थीं। पति का बिजनेसमैन हैं। ग्राउंड पर उनके एक रिश्तेदार भी रहते थे। उनका भी अपना बिजनेस था. पड़ोसियों ने भी पुलिस को बताया कि 3 बजे के आस-पास गुरप्रीत को बॉलकनी में देखा था. पुलिस ने गुरप्रीत के मोबाइल नंबर की सीडीआर खंगाली. दोस्तों, रिश्तेदारों, पड़ोसियों समेत सैकड़ों लोगों से पूछताछ की लेकिन कुछ भी सफलता हाथ नहीं लगी.
हत्यारे ने आराम से मिटाए सबूत
पुलिस का कहना है कि फॉरेंसिक टीम भी मौके पर बुलाई गयी. लेकिन कुछ खास नहीं मिला क्योंकि हत्यारे ने फरार होने से पहले सबूत मिटाए थे. घर में कई जगहों से फिंगर प्रिंट्स या खून के निशान मौजूद नहीं थे. तौलिए और रजाई की मदद से खून के निशान मिटाए गए थे. पुलिस को एक टूटा हुआ चाकू मिला था, माना गया कि उसी से दोनों की हत्या की गई. इसके अलावा कुछ बाल मिले थे, पुलिस को लगा कि बाल से हत्यारे का पता चल सकता है मगर उससे भी कुछ नहीं हुआ.