दिल्ली पुलिस का सख्त अभियान, नव वर्ष की पूर्व संध्या पर सड़क दुर्घटना में नहीं गयी किसी की जान
नव वर्ष 2025 की पूर्व संध्या पर दिल्ली यातायात पुलिस ने काफी पुख्ता इंतजाम किये जिसकी वजह से यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर लगाम लगायी जा सकी
Delhi Traffic Police Restrictions Safe Guard For People : नए साल की पूर्व संध्या पर दिल्ली पुलिस की तरफ से पुख्ता इंतजाम रहे, यही वजह भी रही कि इस दौरान कोई बड़ा सड़क हादसा नहीं हुआ और न ही सड़क हादसे में किसी की मौत हुई।
दिल्ली यातायात पुलिस ने पूरे शहर में यातायात को सुचारू और सुरक्षित बनाने के लिए व्यापक इंतजाम किए। कॉनॉट प्लेस, इंडिया गेट, साकेत, वसंत कुंज, नेहरू प्लेस, राजौरी गार्डन, और लक्ष्मी नगर जैसे प्रमुख भीड़ भाड़ वाले स्थानों पर विशेष प्रबंध किए गए। शराब पीकर गाड़ी चलाने, खतरनाक ड्राइविंग और अन्य यातायात उल्लंघनों पर रोक लगाने के लिए दिल्ली यातायात पुलिस की 88 विशेष टीमें ब्रीथ एनालाइजर से लैस तैनात रहीं।
4583 वाहन चालकों पर कार्रवाई
31 दिसंबर 2024 को यातायात नियमों के उल्लंघन पर सख्ती से नजर रखी गई। इस दौरान यातायात पुलिस ने कुल 4583 चालकों पर विभिन्न ट्रैफिक नियम तोड़ने के चलते कार्रवाई की।
इन नियमों के उल्लंघन में की गयी कार्रवाई
जिसमें 558 वाहन चालकों पर शराब पीकर गाड़ी चलाने के चलते कार्रवाई की गयी। 205 चालक ऐसे थे जिन्हें गलत दिशा में ड्राइविंग करते पकड़ा गया और 648 बिना हेलमेट के दुपहिया पर सवार थे। 63 वाहनों को मौके पर ही जब्त कर लिया गया।
पुलिस की मुस्तैदी लोगों के लिए जान बचाने वाली साबित हुई
अगर हम 2024 साल की पूर्व संध्या की बात करें तो उस रात सड़क दुर्घटना के मामलों में 4 मौतें दर्ज की गई थीं, जबकि 2025 की पूर्व संध्या पर ये आंकड़ा शून्य रहा है। इसकी मुख्य वजह पुलिस के पुख्ता इंतजाम और मुस्तैदी रही है। पुलिस ने इस सफलता का श्रेय अपनी कड़ी यातायात व्यवस्था और जागरूकता अभियानों को दिया।
सख्ती के साथ जागरूकता भी
दिल्ली पुलिस ने लापरवाही और नशे में वाहन चलाने जैसी घटनाओं को कम करने के लिए लोगों को यातायात नियमों के प्रति जागरूक किया। इस साल अधिक लोगों ने नियमों का पालन किया, जिससे दुर्घटनाएं और यातायात सम्बंधित बाधाएं कम हुईं।
साल दर साल बढ़ा सख्ती का प्रभाव
ट्रैफिक पुलिस के अनुसार शराब पीकर वाहन चलाने के मामलों में भी सुधार देखा गया है। इसके पीछे कहीं न कहीं सख्ती भी एक कारण रहा है। 2019 में जहां 299 मामले दर्ज हुए थे, तो वहीं 2025 में ये आंकड़ा 558 तक पहुंच गया है, जो कि सख्ती का प्रमाण है। इसी वजह से शराब पीकर वाहन चालकों के हादसों में कमी आई है।
दिल्ली पुलिस के इस प्रयास की जनता ने सराहना भी की है। यातायात के सुचारू संचालन और दुर्घटनाओं में कमी ने यह साबित कर दिया कि उचित योजना और सख्ती के जरिए सड़क सुरक्षा को बेहतर बनाया जा सकता है।
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