एक्सपायर हो चुके सामन की मैन्युफैक्चरिंग डेट बदल कर बेचने वाला गिरफ्तार
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एक्सपायर हो चुके सामन की मैन्युफैक्चरिंग डेट बदल कर बेचने वाला गिरफ्तार

दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने किया गिरफ्तार बच्चो के हॉर्लिक्स, बॉर्नविटा, कॉम्प्लान, ग्लूकोन-डी समेत कॉस्मेटिक का 40 लाख का एक्सपायर सामान बरामद


दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो एक्सपायर हो चुके खाद्य सामग्री और कॉस्मेटिक सामान को रिलेबलिंग करके बेच रहा था. पुलिस ने इस मामले में गंग के मुख्य सरगना को ही गिरफ्तार किया है, जिसने सारे रोहिल्ला इलाके में इस काम के लिए बाकायदा प्रिंटिंग प्रेस ही लगायी हुई थी. इस प्रेस में बड़ी और नामी कंपनियों के सामन के मैन्युफैक्चरिंग डेट के लेबल प्रिंट करके एक्सपायर हो चुके सामान पर लगा कर दिल्ली और एनसीआर में बेच रहा था.

40 लाख का सामान हुआ बरामद

क्राइम ब्रांच के डीसीपी राकेश पावरिया ने बताया कि आरोपी का नाम अश्वनी कोहली है, जो सराए रोहिल्ला इलाके में प्रिंटिंग प्रेस के साथ साथ गोदाम भी चला रहा था. पुलिस के अनुसार अश्वनी कोहली ने खुलासा किया कि उसने नगलीपूना, स्वरूप नगर, सुभद्रा कॉलोनी, शास्त्री नगर में भी गोदाम बनाए हुए हैं. जिसके बाद पुलिस ने वहां पर भी रेड की और वहां से बड़ी मात्रा में हॉर्लिक्स, बॉर्नविटा, कॉम्प्लान, ग्लूकोन-डी, डाबर हनी जैसी खाद्य सामग्री बरामद की. इन सभी की एक्सपायरी डेट निकल चुकी थी. अश्विनी कोहली इन सभी उत्पादों को नई पैकिंग में भरकर बाजार में बेचने की फिराक में था. इन खाद्य पदार्थों के अलावा पुलिस ने बड़ी मात्रा में कॉस्मेटिक सामग्री भी बरामद की, जिसमें बॉडी स्प्रे, क्रीम, लिप बाम, शैंपू, तेल आदि बरामद किए. पुलिस का कहना है कि बरामद सामान की अनुमानित कीमत लगभग 40 लख रुपए है.

महाराष्ट्र के भिवंडी और पुणे के कबाडियों से लाता था माल

पुलिस के सामने पूछताछ के दौरान अश्विनी कोहली ने खुलासा किया है कि वो पुणे और भिवंडी के कबाड़ियों से सारा सामान लेकर आता था. उसने ये भी बताया कि 2021 में उसकी मुलाकात कमल आनंद नाम के एक व्यक्ति से हुई थी, जो एक्सपायर हो चुके खाद्य सामान को दोबारा से पैक करके बाजार में बेचता था. अश्वनी का कहना है कि उसके ऊपर काफी कर्ज था और उसने इस धंधे में काफी मुनाफा देखा. इसके बाद सराय रोहिल्ला में उसने गोदाम में एक प्रिंटिंग प्रेस लगायी, जिसमें एक्सपायर सामान की नई मैन्युफैक्चरिंग डेट वाली पैकिंग प्रिंट करने लगा. उसने बताया कि महाराष्ट्र के भिवंडी और पुणे के कुछ कबाड़ियों से जो बड़ी मात्रा में एक्सपायर कॉस्मेटिक का सामान और खाद्य सामग्री बाजारों से खरीदते हैं, का पता चला. अश्विनी भिवंडी और पुणे में जाकर उन कबाड़ियों से माल लेकर दिल्ली आता था और फिर अलग-अलग ब्रांड के अलग-अलग लेबलिंग प्रिंट करता था. नयी पैकिंग करने के बाद, वो उसी सामना को दिल्ली और एनसीआर के बाजारों में बेच देता था. पुलिस का कहना है कि अभी इस मामले में जाँच जारी है. ये भी देखना है कि जो लोग इससे सामान खरीद रहे थे क्या उनकी जानकारी में ये बात थी कि वो एक्सपायर हो चुका माल सस्ते दामों में ले रहे हैं और फिर बाजार मूल्य पर ग्राहकों को बेच रहे हैं.

एक्सपायरी डेट कितनी पुरानी उस पर निर्कभर करता है सामान का खराब होना

इस विषय पर फिजिशियन डॉ अजय लेखी से बात की गयी तो उन्होंने बताया कि सिर्फ एक्सपायर होना खतरनाक बात नहीं है. पहले ये देखना चाहिए कि एक्सपायरी डेट कितनी पुरानी हुई है. कुछ दिन पुरानी एक्सपायरी डेट से एक दम से खतरा नहीं होता. इसके अलावा ये देखना चाहिए कि सामन किस श्रेणी का है, जैसे दूध या उससे बनी सामग्री, विटामिन्स आदि कुछ ऐसे सामान होते हैं, जो जल्दी ख़राब हो जाते हैं. या कुछ ऐसा सामान भी होता है कि उसमे फंगस लग जाता है. इसलिए एक्सपायरी सामान का सेवन न करने की सलाह दी जाती है. ऐसे ही कॉस्मेटिक से जुड़ा सामान जिसकी एक्सपायरी डेट बहुत ज्यादा पुरानी है, ऐसे सामन को इस्तेमाल करने से स्किन इन्फेक्शन का खतरा बन जाता है.

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