पूर्व IPS अधिकारी ने खुद को मारी गोली, 8 करोड़ की साइबर ठगी बनी वजह!
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पंजाब के पूर्व आईजी अमर सिंह चहल

पूर्व IPS अधिकारी ने खुद को मारी गोली, 8 करोड़ की साइबर ठगी बनी वजह!

Cyber Fraud: पुलिस को 12 पन्नों का एक नोट भी मिला है, जिसमें उन्होंने अपनी पूरी आपबीती लिखी है।


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Amar Singh Chahal: पंजाब के पूर्व आईजी (IG) अमर सिंह चहल ने सोमवार को अपने सुरक्षा गार्ड की राइफल से खुद को गोली मार ली। वे इस वक्त गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती हैं। घटना के पीछे की मुख्य वजह एक बहुत बड़ी साइबर धोखाधड़ी बताई जा रही है।

इसकी वजह साइबर ठगों द्वारा उनसे 8.10 करोड़ रुपये ठगना बताया जा रहा है। पुलिस को 12 पन्नों का एक नोट भी मिला है, जिसमें उन्होंने अपनी पूरी आपबीती लिखी है। फिलहाल पटियाला पुलिस मामले की जांच कर रही है और चहल का इलाज चल रहा है।

कैसे हुई इतनी बड़ी ठगी?

चहल ने अपने पत्र में बताया कि ठगों ने 'एफ-777 डीबीएस वेल्थ इक्विटी रिसर्च ग्रुप' के नाम से व्हाट्सएप और टेलीग्राम पर ग्रुप बनाए थे। इसमें ठगों ने दावा किया कि वे मशहूर 'डीबीएस बैंक' (DBS Bank) से जुड़े हैं और उन्हें सरकार व सेबी (SEBI) से मान्यता मिली है। उन्होंने स्टॉक मार्केट, आईपीओ और अन्य फंड्स में निवेश कर बहुत ज्यादा मुनाफा देने का वादा किया। निवेश के बाद निवेशकों को एक नकली ऑनलाइन डैशबोर्ड दिखाया जाता था, जिसमें उनका मुनाफा बढ़ता हुआ दिखता था, ताकि वे और पैसा जमा करें। जब चहल ने अपना पैसा वापस निकालना चाहा तो उनसे टैक्स और सर्विस चार्ज के नाम पर करोड़ों रुपये और मांगे गए, लेकिन पैसा कभी वापस नहीं मिला।

चहल का दर्द और माफी

अपने पत्र में अमर सिंह चहल ने लिखा कि वे इस आर्थिक नुकसान और धोखे से बहुत गहरे सदमे में हैं। उन्होंने लिखा कि मुझे बहुत दुख और शर्मिंदगी है कि एक पुलिस अधिकारी होने के बावजूद मैंने सावधानी नहीं बरती। मैंने न केवल अपने परिवार को बर्बाद किया, बल्कि पंजाब पुलिस के नाम पर भी सवाल खड़ा कर दिया है। उन्होंने पुलिस महानिदेशक (DGP) से अपील की है कि इस मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम (SIT) बनाई जाए या मामला सीबीआई (CBI) को सौंपा जाए, ताकि इस बड़े गिरोह का पर्दाफाश हो सके।

जांच जारी

पटियाला के एसएसपी वरुण शर्मा ने बताया कि पुलिस सुसाइड नोट, बैंक ट्रांजैक्शन और डिजिटल सबूतों की बारीकी से जांच कर रही है। चहल साल 2015 के बेअदबी कांड से जुड़े पुलिस फायरिंग मामले में भी एक आरोपी रहे हैं।

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