
Goa nightclub fire: हादसे के बाद लुथरा भाई थाईलैंड फरार! इंटरपोल सतर्क
गोवा पुलिस की मांग पर ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने सौरभ और गौरव लुथरा के खिलाफ लुक-आउट नोटिस (LOC) जारी किया।
Goa nightclub fire owners Flee: गोवा के नाइटक्लब 'बिर्च बाय रोमियो लेन' में हुई भीषण आग में 25 लोगों की मौत के बाद क्लब के मालिक सौरभ और गौरव लुथरा देश से भागने के लिए महज तीन घंटे के अंदर दिल्ली हवाई अड्डे पर पहुंच गए थे. इसके बाद रविवार सुबह 5.30 बजे इंडिगो फ्लाइट से थाईलैंड के फुकेट फरार हो गए। इस बात का खुलासा गोवा के डीजीपी आलोक कुमार ने किया। डीजीपी ने कहा कि यह उनकी पुलिस जांच से बचने की मंशा को स्पष्ट रूप से दिखाता है।
सौरभ ने सोशल मीडिया पर अपने बयान में शोक और मृतकों तथा घायल व्यक्तियों के परिवारों के प्रति समर्थन जताया था। उन्होंने लिखा कि मैनेजमेंट यह सुनिश्चित करता है कि वह दुख और कठिन समय से गुजर रहे प्रभावित व्यक्तियों को हर संभव सहायता, समर्थन और सहयोग प्रदान करेगा।
गोवा पुलिस की मांग पर ब्यूरो ऑफ इमिग्रेशन ने सौरभ और गौरव लुथरा के खिलाफ लुक-आउट नोटिस (LOC) जारी किया। डीजीपी कुमार ने कहा कि पुलिस इंटरपोल के साथ समन्वय करके इन भाइयों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करेगी। गोवा पुलिस की एक टीम रविवार को दिल्ली पहुंची और लुथरा भाइयों की गिरफ्तारी वारंट के साथ उनके निवास और कार्यालय स्थानों की तलाशी ली, लेकिन उन्हें नहीं ढूंढ सकी।
क्लब के रोजमर्रा के संचालन में शामिल भरत कोहली को गोवा लाकर आगे की पूछताछ के लिए ट्रांजिट रिमांड हासिल कर लिया गया है। इसके अलावा दिल्ली में अजय गुप्ता की भी खोज की जा रही है, जो लुथरा भाइयों के साथ अर्पोरा क्लब में साझेदार हैं।
बिर्च बाय रोमियो लेन के चार कर्मचारियों चीफ जनरल मैनेजर राजीव मोदक, गेट मैनेजर प्रियाशु ठाकुर, बार मैनेजर राजवीर सिंघानिया और जनरल मैनेजर विवेक सिंह को रविवार को गिरफ्तार किया गया। उन्हें अदालत में पेश किया गया और छह दिनों की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया। गोवा पुलिस ने तीन निलंबित अधिकारियों सिद्धि हरलंकऱ, शमिला मोंटेरो और रघुवीर डी बगकर को भी अंजुना पुलिस स्टेशन में पूछताछ के लिए बुलाया है। बगकर सोमवार को पेश नहीं हुए।
पुलिस के शुरुआती निष्कर्षों के अनुसार, घटना रात 11.45 बजे हुई, जब क्लब में शनिवार रात के कार्यक्रम में 150 से अधिक पर्यटक मौजूद थे। गोवा पुलिस और फायर सर्विस निदेशालय की प्रारंभिक जांच में पता चला कि आग तब लगी, जब इलेक्ट्रिक पटाखे लकड़ी की छत से टकराए। मृतकों में से 25 में से गोवा मेडिकल कॉलेज, बम्बोलिम के डॉक्टरों ने 20 शवों का पोस्टमार्टम पूरा किया और उन्हें संबंधित परिवारों को सौंप दिया।

