
गोवा नाइटक्लब अग्निकांड: थाईलैंड में हिरासत में लुथरा बंधु, भारत लाने की तैयारी
गोवा पुलिस की टीम जल्द ही थाईलैंड जाएगी और दोनों को हिरासत में लेकर भारत लाएगी, ताकि कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ाई जा सके।
गोवा के अरपोरा स्थित बिर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब में शनिवार को लगी आग में 25 लोगों की मौत के मामले में एक बड़ी सफलता मिली है। जानकारी के अनुसार, इस क्लब के मालिक सौरभ और गौरव लुथरा को थाईलैंड के फुकेट में गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों भाई घटना के पांच घंटे बाद दिल्ली से इंडिगो फ्लाइट के जरिए थाईलैंड के लिए रवाना हुए थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गोवा पुलिस की टीम जल्द ही थाईलैंड जाएगी और दोनों को हिरासत में लेकर भारत लाएगी, ताकि कानूनी कार्रवाई आगे बढ़ाई जा सके। इससे पहले विदेश मंत्रालय ने दोनों के पासपोर्ट निलंबित कर दिए थे। गोवा सरकार ने भी आधिकारिक तौर पर विदेश मंत्रालय से लुथरा भाइयों के पासपोर्ट रद्द करने का अनुरोध किया था। इनके खिलाफ लुक-आउट सर्कुलर और इंटरपोल ब्लू नोटिस भी जारी किया गया है।
जांच में सामने आया है कि भाईयों ने थाईलैंड के टिकट 7 दिसंबर की सुबह 1:17 बजे** बुक किए थे, यानी आग लगने की खबर फैलने के केवल एक घंटे बाद। उस समय पुलिस और आपातकालीन टीमें आग पर काबू पाने और फंसे लोगों को बचाने में लगी थीं। इमिग्रेशन रिकॉर्ड के अनुसार, दोनों ने 5:30 बजे दिल्ली से इंडिगो फ्लाइट 6E 1073 के जरिए फुकेत के लिए उड़ान भरी।
दिल्ली कोर्ट ने अंतरिम राहत से किया इनकार
कोर्ट में, लुथरा भाईयों ने कहा कि यात्रा पहले से योजना बद्ध थी। उनके वकील ने रोहिणी कोर्ट में बताया कि सौरभ 6 दिसंबर को पेशेवर काम और संभावित रेस्टोरेंट साइट्स के लिए थाईलैंड गए थे। उन्होंने दावा किया कि भाईयों का उद्देश्य केवल कानूनी सुरक्षा पाकर भारत लौटना था, ताकि उन्हें तुरंत गिरफ्तार न किया जा सके।
बुधवार को कोर्ट ने अंतरिम राहत देने से इनकार कर दिया और उनकी अग्रिम जमानत याचिका की सुनवाई गुरुवार के लिए सूचीबद्ध कर दी। गोवा पुलिस ने इस याचिका का विरोध किया, यह कहते हुए कि दोनों भाई घटनाक्रम के कुछ घंटों में फरार हो गए थे और विदेश में रहते हुए सुरक्षा मांगने की अनुमति नहीं दी जानी चाहिए।
वरिष्ठ अधिवक्ता सिद्धार्थ लुथरा और तनवीर अहमद मीर ने कोर्ट में कहा कि भाईयों को भारत लैंडिंग के तुरंत बाद गिरफ्तार किए जाने का डर था। वकील ने कहा कि मैं कह रहा हूं कि मैं भारत वापस आना चाहता हूं; वे मुझे गिरफ्तार करना चाहते हैं। मुझे ‘विच-हंटिंग’ का डर है। लुथरा भाइयों ने अधिकारियों पर प्रतिशोधी इरादे का आरोप भी लगाया और अपनी दूसरी संपत्ति, एक बीच शैक को इस सप्ताह तोड़े जाने का उदाहरण दिया। अधिकारियों का कहना है कि यह शैक अवैध था और इसके पास सभी फायर-सेफ्टी क्लियरेंस नहीं थे, इसलिए यह नाइटक्लब जैसी जोखिमपूर्ण संपत्ति थी।
बिर्च बाय रोमियो लेन क्लब में साइलेंट पार्टनर और निवेशक होने का दावा करने वाले अजय गुप्ता को दिल्ली से गोवा लाया गया। उन्हें मनोहर अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, मोपा पर बुधवार रात 9:45 बजे गोवा पुलिस ने लाया और आगे की जांच के लिए अंजुना थाने ले जाया गया। गुप्ता जम्मू के निवासी हैं। उनको पहले दिल्ली में एडिशनल चीफ ज्यूडिशियल मजिस्ट्रेट विनोद जोशी के समक्ष पेश किया गया था। कोर्ट ने गोवा पुलिस को उन्हें 36 घंटे के ट्रांजिट रिमांड पर लेकर जाने की अनुमति दी। कोर्ट ने यात्रा के दौरान उनकी स्पाइनल इंजरी का ध्यान रखने और उचित मेडिकल सुविधा सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।

