
Goa nightclub fire: लुथरा ब्रदर्स का थाईलैंड से भारत प्रत्यर्पण
Goa club accident: सौरभ और गौरव लुथरा पर गंभीर हत्या और लापरवाही का मामला दर्ज है। घटना के कुछ घंटे बाद ही ये दोनों इंडिगो फ्लाइट से थाईलैंड के फुकेत भाग गए थे।
Goa nightclub fire tragedy: गोवा के 'बिर्च बाय रोमिओ लेन' नाइटक्लब के मालिक सौरभ और गौरव लुथरा को थाईलैंड से भारत प्रत्यर्पित कर लाया जा रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, दोनों इंडिगो फ्लाइट (6E1064) से भारत आ रहे हैं, जो बैंकॉक एयरपोर्ट से दोपहर 1:45 बजे (IST) उड़ान भरेगी। दिल्ली पहुंचने के बाद दोनों को पटियाला हाउस कोर्ट में पेश किया जाएगा, जहां अधिकारियों ने उनका ट्रांजिट रिमांड मांगा है।
हादसे के बाद भागे थे लुथरा भाई
सौरभ और गौरव लुथरा पर गंभीर हत्या और लापरवाही का मामला दर्ज है। घटना के कुछ घंटे बाद ही ये दोनों इंडिगो फ्लाइट से थाईलैंड के फुकेत भाग गए थे। बताया जा रहा है कि हादसे के समय ये दिल्ली में एक शादी में मौजूद थे। जैसे ही उन्हें आग और आशंकित नुकसान की जानकारी मिली, उन्होंने दिल्ली के मॉडल टाउन स्थित अपने कार्यालय को फोन कर टिकट बुक करने को कहा। इसके बाद दोनों अपने घर गए, जरूरी दस्तावेज लिए और भाग निकले।
थाईलैंड में गिरफ्तारी
9 दिसंबर को लुथरा भाइयों को थाईलैंड में उनके होटल से बाहर खाने के लिए निकलते समय पकड़ लिया गया। यह छोटा आउटिंग ही अधिकारियों को उनके फुकेत में होने की जानकारी दे गई। थाईलैंड की पुलिस ने उनकी पहचान और यात्रा विवरण की पुष्टि की और उसके बाद उन्हें भारत प्रत्यर्पित करने की प्रक्रिया शुरू की गई।
गोवा क्लब त्रासदी
इस महीने की शुरुआत में गोवा के नाइटक्लब में एक म्यूजिकल नाइट जानलेवा साबित हुई। वीडियो में देखा गया कि बड़े पैमाने पर आग और धुआं फैला हुआ था। एक वीडियो में डांसर नाच रही थी, तभी छत से आग निकलने लगी। शुरुआती जांच में सामने आया कि सुरक्षा मानकों का उल्लंघन क्लब को आग का अड्डा बना गया। अधिकारियों के अनुसार, क्लब में आपातकालीन निकास, कार्यशील फायर एस्टिंगिशर और सुरक्षा अलार्म नहीं थे और सड़क इतनी संकरी थी कि फायर इंजन तक नहीं पहुंच सकता था। कई चेतावनी के बावजूद, क्लब प्रबंधन ने सुरक्षा उपाय नहीं किए। क्लब बिना उचित लाइसेंस और अनुमति के संचालित हो रहा था।
अब तक की गिरफ्तारी
क्लब के चार कर्मचारी, जिसमें मैनेजर शामिल है, गिरफ्तार किए जा चुके हैं। क्लब को परमिट और लाइसेंस देने वाले कई सरकारी विभागों के अधिकारी पूछताछ के लिए बुलाए गए हैं। क्लब के तीसरे पार्टनर अजय गुप्ता को भी दिल्ली में गिरफ्तार किया गया। गुप्ता ने पहले दावा किया कि वह "साइलेंट पार्टनर" हैं, लेकिन जांच में पता चला कि वह सबसे सक्रिय सह-मालिक थे। घटना के समय वह गोवा में थे, लेकिन कुछ घंटे बाद दिल्ली के लिए उड़ान भर ली। दिल्ली पहुंचने पर उनका फोन बंद था और उनके खिलाफ लुकआउट सर्कुलर जारी किया गया। वह पहले गुरुग्राम अपने घर गए और फिर अपने ड्राइवर के साथ टोयोटा इनोवा में चले गए, जिसका फोन पुलिस ने ट्रैक किया। पुलिस ने उन्हें दिल्ली के इंस्टिट्यूट ऑफ ब्रेन एंड स्पाइन, लाजपत नगर में पाया, जहां उन्होंने गिरफ्तारी से बचने के लिए खुद को भर्ती कराया था।

