
गोवा नाइटक्लब हादसे में लुथरा ब्रदर्स ने मैनेजर्स पर ठोकी जिम्मेदारी, खुद को बताया पीड़ित
आग में 25 मौतों के बाद लूथरा बंधुओं ने अग्रिम जमानत याचिका में दावा किया है कि संचालन पार्टनर्स और प्रबंधक संभालते हैं, हम मौजूद नहीं थे इसलिए आपराधिक दायित्व हम पर नहीं बनता.
Birch By Romeo Lane Fire Incident : गोवा के अरपोरा गाँव में स्थित बर्च बाय रोमियो लेन नाइटक्लब में हुए भीषण अग्निकांड में जहाँ 25 लोगों की मौत हुई थी.अब इस मामले में क्लब के भगोड़े मालिक सौरभ लुथरा और गौरव लुथरा ने सारा आरोप क्लब का संचलन करने वाले प्रबंधकों पर डालते हुए खुद को पीड़ित बताया है. इतना ही नहीं दोनों ने दिल्ली की रोहिणी अदालत में अग्रिम जमानत की याचिका दायर करते हुए अदालत के समक्ष ये दरख्वास्त की है उन्हें जमानत दी जाए क्योंकि उन पर आपराधिक जिम्मेदारी नहीं डाली जा सकती.
गिरफ्तारी के डर से गए थाईलैंड, कोर्ट में दी अर्जी
शनिवार/रविवार की दरमियानी रात हुए इस हादसे के बाद से ही लूथरा बंधू देश छोड़ कर फरार हो गए. इससे स्पष्ट है कि दोनों ये भनक लग गयी थी कि पुलिस की जाँच की आंच उन तक जरुर पहुंचेगी और यही वजह भी रही कि वो पुलिस के हकत में आने से पहले ही फरार हो गए. दोनों गिरफ्तारी से बचने के लिए थाईलैंड चले गए थे. बताया जा रहा है कि वहीं से उन्होंने अदालत में याचिका दायर कर भारत लौटने की अनुमति और अग्रिम जमानत की मांग की है.
उनकी याचिका में कहा गया है कि घटना के समय वे गोवा में मौजूद नहीं थे, इसलिए उन पर सीधे आपराधिक आरोप नहीं लगाए जा सकते.
वकील बोले, संचालन पार्टनर्स और मैनेजर्स करते हैं
लुथरा ब्रदर्स की ओर से अधिवक्ता तनवीर अहमद मीर अदालत में पेश हुए. उन्होंने अदालत के समक्ष दलील दी कि उनके मुवक्किल कई बिजनेस यूनिट्स चलाते हैं, मगर किसी भी फर्म के रोजमर्रा के कामकाज की निगरानी खुद नहीं करते.
वकील के मुताबिक लुथरा ब्रदर्स के तीन बिजनेस पार्टनर हैं और क्लबों का संचालन फ्रैंचाइज़ी मैनेजर्स करते हैं. रोमियो लेन नाइटक्लब भी इसी व्यवस्था के तहत चल रहा था.
जिम्मेदारी ऑपरेशन देखने वालों की
अधिवक्ता ने दलील दी कि अगर किसी स्थान पर कोई घटना होती है तो जिम्मेदारी वहीं के संचालन करने वालों की होती है, न कि मालिकों की जो प्रतिदिन की गतिविधियों में शामिल नहीं रहते. उन्होंने कहा कि आपराधिक दायित्व पार्टनर्स या मैनेजर्स पर तय किया जाना चाहिए.
पुलिस सूत्रों का कहना दोनों भाई का सीधा दखल
गोवा पुलिस सूत्रों का कहना है कि फिलहाल दोनों भाइयों की अग्रिम जमानत का मामला अदालत के समक्ष है, इसलिए अदालत से बाहर कुछ भी बात करना उचित नहीं है लेकिन इतना जरुर है कि दोनों बंधुओं की सीधी दखलंदाजी क्लब में थी. अभी तक की जांच में पता चला है कि क्लब का निर्माण कार्य आदि या फिर कब क्या होना है, ये सब कुछ दोनों बंधुओं की मर्जी के बगैर नहीं होता था. जिस तरह से आग लगी है, उसमें ये बात भी सामने आई है कि इलेक्ट्रॉनिक पटाखों की चिंगारी छत पर लगी, जिससे आग लगी. छत का मटेरियल बांस और फाइबर आदि से बना था, जो ज्वलनशील होता है. इसलिए दोनों की भूमिका संदिग्ध है और पुलिस की नजर में दोनों अपराधी हैं.
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