हरिद्वार जेल : सीता माँ की खोज में गए दो कैदियों को अब ढूंढ रही है पुलिस
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हरिद्वार जेल : सीता माँ की खोज में गए दो कैदियों को अब ढूंढ रही है पुलिस

जेल के अन्दर रामलीला का मंचन चल रहा है. कैदी ही अलग अलग किरदार को निभा रहे हैं. दो कैदी जो वानर की भूमिका निभा रहे थे, वो सीता माँ की खोज में ऐसे गए कि लौटे ही नहीं


Haridwar Jail Break हरिद्वार जेल से एक हैरान करने वाला मामला सामने आया है, जहाँ रामलीला के मंचन के दौरान सीता माता की खोज करने के बहाने दो कुख्यात कैदी ही फरार हो गए. अब आलम ये है कि जेल प्रशासन और पुलिस उन दोनों कैदियों की तलाश में जुटी है. वहीँ जेल स्टाफ की लापरवाही को लेकर भी जांच की जा रही है. फरार हुए दोनों कैदी वानर की भूमिका निभा रहे थे.

सीता माँ की खोज के सीन के दौरान हुए फरार

प्राप्त जानकारी के अनुसार फरार हुए कैदियों के नाम पंकज और राजकुमार है. दोनों गंभीर अपराध के मामले में जेल में बंद थे. पंकज रूडकी का रहने वाला है तो राजकुमार गोंडा का. पंकज हत्या के मामले में सजायाफ्ता है तो राजकुमार अपहरण के मामले का आरोपी है और विचाराधीन कैदी है. जिस समय ये दोनों जेल से भागे उस समय जेल में चल रही रामलीला में माता सीता के खोज के दृश्य का मंचन चल रहा था.

जेल में ही आयोजित हो रही है रामलीला

हरिद्वार जेल के अन्दर ही राम लीला का आयोजन चल रहा है. कैदी ही इस रामलीला में भाग ले रहे हैं और खुद ही किरदार भी निभा रहे हैं. पंकज और राजकुमार भी वानर सेना में किरदार निभा रहे थे.

जेल में चल रहा है निर्माण कार्य

जेल प्रशासन के अनुसार हरिद्वार जेल में निर्माण कार्य भी चल रहा है, इसलिए वहां निर्माण सामग्री के अलावा सीढियाँ आदि अन्य सामान भी रखा हुआ है.

कैदियों की गिनती के वक्त पता चला फरार हुए

शुक्रवार की रात को जेल के अन्दर राम लीला का आयोजन चल रहा था. माता सीता की खोज के दृश्य का मंचन चल रहा था. वानरों को सीता माँ की खोज में भेजा गया. इस दृश्य के कुछ देर बाद राम लीला ख़त्म हो गयी.

कैदियों की गिनती पर हुआ खुलासा

जेल प्रशासन के अनुसार राम लीला ख़तम होने के बाद कैदियों की गिनती करते हुए उन्हें उनके बैरक में भेजा गया, इस दौरान दो कैदी पंकज और राजकुमार गायब थे. उनकी तलाश करते हुए जवान जेल की दीवार तक पहुचे तो उन्हें सीढियाँ दीवार ले लगी दिखीं. अब ये समझने में देर नहीं लगी कि दोनों भाग गए हैं.

जेल अधिकारियों का कहना है कि इस मामले में जेल स्टाफ की लापरवाही साफ दिखाई दे रही है.

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