1600 किलोमीटर किया चेज़ 20 सिम कार्ड का सर्विलांस यूँ गिरफ्त में आया डॉक्टर का मुख्य हत्यारा
मई के महीने में दिल्ली के जंगपुरा एक्सटेंशन में डॉ योगेश चन्द्र पॉल की उनके घर में ही बेरहमी से हत्या कर दी गयी थी. इस मामले में 3 लोग पहले गिरफ्तार हो चुके थे जबकि मुख्यारोपी फरार था, जिसे क्राइम ब्रांच ने नेपाल बॉर्डर से गिरफ्तार कर लिया है.
Dr Yogesh Chandra Paul Murder Case : जंगपुरा एक्सटेंशन में हुई डॉक्टर योगेश चन्द्र पॉल की हत्या के मामले में वांछित चल रहे मुख्यारोपी को दिल्ली पुलिस की क्राइम ब्रांच ने आखिरकार गिरफ्तार कर ही लिया. इस गिरफ़्तारी के लिए क्राइम ब्रांच की टीम ने 24 घंटे लगातार चलते हुए 1600 किलोमीटर का सफ़र तय किया, तब जाकर ये आरोपी नेपाल सीमा से गिरफ्तार किया जा सका. इस गिरफ़्तारी की सबसे दिलचस्प बात ये है कि आरोपी इतना शातिर था कि उसने पुलिस से बचने के लिए 8 मोबाइल सेट बदले और 20 सिम कार्ड इस्तेमाल किया. मकसद था कि पुलिस उसे ट्रेस न कर सके. लेकिन पुलिस की लगातार मेहनत कर रही थी.
आरोपी पर था 50 हजार का इनाम
पुलिस का कहना है कि आरोपी का नाम विष्णु स्वरुप शाही उर्फ़ शक्ति साईं है. इसकी गिरफ्तारी पर दिल्ली पुलिस की तरफ से 50 हजार रूपये का इनाम घोषित था.
क्या कहा पुलिस ने
क्राइम ब्रांच के डीसीपी संजय कुमार सेन ने बताया कि10 मई की शाम लगभग 6:50 बजे जंगपुरा एक्सटेंशन डॉ योगेश चन्द्र पॉल (63) की हत्या कर दी गयी थी. वो पत्नी के साथ रहते थे. उनकी लाश किचन में मिली. मौके के हालात को देख उनकी हत्या के पीछे लूटपाट की वजह सामने आई. घटना को लेकर हजरत निजामुदीन थाने में हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया. जांच के दौरान पुलिस ने घर की नौकरानी और दो अन्य आरोपियों आकाश और हिमांशु जोशी को अरेस्ट कर लिया था, लेकिन इस वारदात का मास्टरमाइंड विष्णु स्वरूप शाही फरार होने में सफल रहा था.
कैसे हुई गिरफ़्तारी
विष्णु स्वरुप शाही की तलाश में पुलिस ने काफी म्हणत की. इसके लिए पुलिस ने मैन्युअल और टेक्निकल दोनों ही तरह से जांच की. जाँच के दौरान पुलिस को पता चला कि आरोपी खुद को पुलिस से बचाने के लिए लगातार फोन बदलता है. टैक्नीकल सर्विलांस की मदद से पुलिस को मालूम हुआ कि विष्णु स्वरुप शाही की लोकेशन हिमाचल प्रदेश, देहरादून और भारत नेपाल सीमा के पास मिली है. इसके बाद पुलिस तुरंत ही उसे पकड़ने के लिए रवाना हुई और दो नवंबर की सुबह भारत-नेपाल सीमा बनबसा से उसे पकड़ने में सफल रही.
इस वजह स की थी हत्या
पुलिस का कहना है कि आरोपी ने पूछताछ में खुलासा किया कि डॉक्टर की हत्या का मकसद सिर्फ और सिर्फ लूट था. मृतक डॉक्टर के घर पर एक घरेलु नौकरानी थी, जिसने ये बताया था कि डॉक्टर के घर पर काफी रकम और गहने होने की बात कही थी. इसलिए उसने अपने साथियों के साथ मिलकर इस वारदात की साजिश रची. डॉक्टर की हत्या के बाद वे घर से गहने और नकदी लूट फरार हो गए थे. लूटी गई रकम से उसे चालीस हजार रुपए और तेरह ग्राम सोना मिला था.
पुलिस का कहना है कि विष्णु शाही का अपराधिक रिकॉर्ड भी है. हिमाचल प्रदेश में उसके खिलाफ साल 2018 और 2020 में सोलन जिले में दो केस दर्ज किये गए थे और उसे अरेस्ट भी किया गया था. पुलिस ने इसके पास से चार मोबाइल फोन और अलग अलग नाम से फर्जी आईडी बरामद की हैं.
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