फिल्मी अंदाज़ में शादी और फरारी! राजस्थान पुलिस के जाल में फंसी शातिर दुल्हन
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फिल्मी अंदाज़ में शादी और फरारी! राजस्थान पुलिस के जाल में फंसी शातिर दुल्हन

राजस्थान पुलिस ने एक ऐसी महिला को गिरफ्तार किया है, जिसने महज सात महीनों में 25 पुरुषों से शादी कर उनके साथ लाखों रुपये की ठगी की।


राजस्थान पुलिस ने भोपाल से 23 वर्षीय युवती अनुराधा पासवान को गिरफ्तार किया है, जिस पर सात महीनों में 25 पुरुषों से शादी कर उनके कीमती सामान लेकर फरार होने का आरोप है। पुलिस ने उसे 'लूट-और-भाग दुल्हन' की संज्ञा दी है। यह मामला अब कई राज्यों में फैले एक संगठित वैवाहिक ठगी रैकेट की परतें खोल रहा है।

शिकायत से खुला जाल

इस ठगी का पर्दाफाश तब हुआ जब सवाई माधोपुर निवासी विष्णु शर्मा ने 3 मई को पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। शर्मा ने बताया कि उसने शादी के लिए दो एजेंट सुनीता और पप्पू मीणा को 2 लाख रुपये दिए थे। दोनों ने अनुराधा को 'आदर्श दुल्हन' के रूप में पेश किया और 20 अप्रैल को स्थानीय कोर्ट में शादी करवाई गई। लेकिन शादी के कुछ ही दिनों बाद, 2 मई को अनुराधा सोने के आभूषण, नकदी और इलेक्ट्रॉनिक्स लेकर फरार हो गई।

ऐसे चलाती थी 'ऑपरेशन शादी ठगी'

जांच अधिकारी मीठा लाल (थाना मानपुर) के अनुसार, अनुराधा ने एक पूरी ठगी प्रक्रिया विकसित कर ली थी। वह वैध दस्तावेजों के साथ शादी करती, कुछ दिन पति के घर में रहती और फिर रातोंरात कीमती सामान लेकर भाग जाती।अनुराधा पहले उत्तर प्रदेश के महाराजगंज जिले में एक अस्पताल में कार्यरत थी। घरेलू विवाद के चलते अपने पहले पति से अलग होने के बाद वह भोपाल शिफ्ट हुई, जहाँ उसकी मुलाकात वैवाहिक ठगी करने वाले गिरोह से हुई। यह गिरोह व्हाट्सएप पर 'दुल्हन' की तस्वीरें भेजकर 2 से 5 लाख रुपये की मांग करता था। शादी होते ही दुल्हन एक हफ्ते के भीतर गायब हो जाती।

गिरोह के और सदस्य

पुलिस ने इस रैकेट से जुड़े अन्य लोगों की पहचान भी की है जिनमें रोशनी, रघुबीर, गोलू, मजबूत सिंह यादव और अर्जन शामिल हैं। ये सभी भोपाल के अलग-अलग इलाकों से हैं और एजेंट के रूप में काम करते हैं।

फिर की अगली शादी, फिर ठगी

अनुराधा ने शर्मा के घर से भागने के बाद भोपाल में ही एक अन्य व्यक्ति ‘गब्बर’ से शादी की और उससे भी 2 लाख रुपये ऐंठ लिए।

फिल्मी अंदाज़ में गिरफ्तारी

पुलिस ने जबरदस्त प्लानिंग करते हुए एक कांस्टेबल को नकली दूल्हे के रूप में एजेंट से संपर्क करने भेजा। जब एजेंट ने अनुराधा की तस्वीर साझा की, तो पुलिस ने झटपट कार्रवाई करते हुए उसे धर दबोचा।यह मामला सिर्फ एक महिला की ठगी की कहानी नहीं है, बल्कि वैवाहिक संस्थाओं में विश्वास का दुरुपयोग कर अपराध के एक बड़े नेटवर्क की ओर इशारा करता है। अब पुलिस को उम्मीद है कि अनुराधा की गिरफ्तारी से रैकेट के अन्य सदस्यों को भी जल्द ही पकड़ा जा सकेगा।

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