Fakir Mohan University campus
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फोटो : X/@Fakir Mohan University campus

'एलपीजी चेक' के बहाने प्रोफेसर के घर में घुसा, पत्नी से रेप की कोशिश, ओडिशा की यूनिवर्सिटी में तनाव

ओडिशा के विश्वविद्यालय के परिसर में हुई इस घटना ने फकीर मोहन विश्वविद्यालय परिसर में तनाव फैला दिया है, जहां अधिकारी क्वार्टर और महिला छात्रावास स्थित हैं।


ओडिशा के बालासोर जिले में स्थित फकीर मोहन विश्वविद्यालय के परिसर में एक सहायक प्रोफेसर की पत्नी से दुष्कर्म की कोशिश करने के आरोप में एक व्यक्ति को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस ने रविवार को यह जानकारी दी।

यह घटना शनिवार दोपहर को हुई जब आरोपी व्यक्ति खुद को एलपीजी सिलेंडर मैकेनिक बताकर सहायक प्रोफेसर के सरकारी क्वार्टर में दाखिल हुआ।

आरोपी ने दरवाजे की घंटी बजाई और जैसे ही महिला ने दरवाजा खोला, उसने रसोई गैस सिलेंडर की "नियमित जांच" की बात कही। घर में प्रवेश करने के बाद, उसने कथित तौर पर दरवाजा बंद कर दिया और महिला को पकड़ने की कोशिश की। यह विवरण महिला के पति ने रेमुना पुलिस स्टेशन में दर्ज कराई गई शिकायत में बताया।

हालांकि, महिला किसी तरह बचकर एक अन्य कमरे में बंद हो गई और वहां से अपने पति को फोन कर मदद के लिए चिल्लाई। कॉलोनी के गेट पर तैनात सुरक्षाकर्मी तुरंत मौके पर पहुंचे और आरोपी को काबू में कर लिया। इसके बाद आरोपी को पुलिस के हवाले कर दिया गया।

आरोपी की पहचान शंकर पात्रा के रूप में हुई है, जो बालासोर जिले के नीलगिरी क्षेत्र का निवासी है।

यह घटना फकीर मोहन विश्वविद्यालय परिसर में तनाव का कारण बन गई, जहां कई सरकारी क्वार्टर और महिला छात्रावास स्थित हैं।

सरकारी आंकड़ों के अनुसार, ओडिशा में हर दिन औसतन आठ महिलाओं के साथ यौन उत्पीड़न होता है। इस alarming स्थिति को देखते हुए विपक्षी दलों ने हाल ही में राज्यपाल हरि बाबू कम्भम्पाटि को एक ज्ञापन सौंपा और महिला अपराधों को गंभीरता से लेने और तत्काल हस्तक्षेप की मांग की।

ओडिशा सरकार की "श्वेत पत्र" रिपोर्ट के अनुसार, साल 2024 में कुल 3,054 बलात्कार के मामले दर्ज किए गए — जो पिछले साल की तुलना में 8% अधिक हैं। महिला कार्यकर्ताओं का कहना है कि वास्तविक आंकड़े इससे कहीं अधिक हैं, क्योंकि सामाजिक कलंक के डर से कई पीड़ित महिलाएं रिपोर्ट दर्ज नहीं करातीं।

पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक का सरकार पर हमला

कुछ दिन पहले, बीजू जनता दल (BJD) के नेता और पूर्व मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने सोशल मीडिया पर लिखा,"जाजपुर में बलात्कार, जगतसिंहपुर और मल्कानगिरी में सामूहिक बलात्कार और पुरी में यौन उत्पीड़न की खबरें... हम सभी को बेहद दुखी और भयभीत करती हैं।"

उन्होंने यह भी कहा कि जब पुलिस पर राजनीतिक दबाव पड़ता है तो सबसे पहले महिलाएं इसकी कीमत चुकाती हैं।

पटनायक ने आरोप लगाया कि "पुलिस व्यवस्था में जवाबदेही का ह्रास और राजनीतिक हस्तक्षेप के कारण कानून व्यवस्था कमजोर पड़ी है।"

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