जैसलमेर जोधपुर हाईवे पर चलती बस में आग, 19 की मौत कई घायल
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जैसलमेर जोधपुर हाईवे पर चलती बस में आग, 19 की मौत कई घायल

जाँच में पता चला है कि बीएस चार पांच दिन पहले ही खरीदी गयी थी. नयी बस में अचानक से आग लगने की वजह का पता लगाया जा रहा है. प्रधानमंत्री ने इस हादसे पर शोक व्यक्त किया है.


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The Burning Bus : राजस्थान के जैसलमेर-जोधपुर हाईवे पर हुए एक भीषण हादसे में 19 लोगों की जलकर मौत हो गई। यह हादसा उस समय हुआ जब जैसलमेर से जोधपुर जा रही एक निजी बस अचानक आग की चपेट में आ गई। पुलिस के मुताबिक, बस में कुल 57 यात्री सवार थे। बस मंगलवार दोपहर लगभग 3 बजे जैसलमेर से रवाना हुई थी। रास्ते में बस के पिछले हिस्से से अचानक धुआं निकलने लगा। ड्राइवर ने तुरंत बस को सड़क किनारे रोक दिया, लेकिन कुछ ही क्षणों में आग ने पूरे वाहन को अपनी चपेट में ले लिया।

स्थानीय लोगों और राहगीरों ने मौके पर पहुंचकर राहत कार्य शुरू किया और दमकल विभाग व पुलिस को सूचना दी। प्रारंभिक जांच में शॉर्ट सर्किट को आग लगने की संभावित वजह बताया गया है।
सबसे अहम बात ये है कि हादसे का शिकार हुई बस को महज़ पांच दिन पहले ही खरीदा गया था।

मुख्यमंत्री पहुंचे घायलों से मिलने
राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा मंगलवार देर रात जैसलमेर पहुंचे। उन्होंने घटना स्थल का निरीक्षण किया और जली हुई बस का जायजा लिया। इस हादसे में 15 लोग गंभीर रूप से झुलस गए, जिनमें चार महिलाएं और दो बच्चे शामिल हैं। कई घायलों के शरीर का 70 प्रतिशत हिस्सा जल चुका है। उन्हें पहले जवाहर अस्पताल (जैसलमेर) में भर्ती कराया गया और बाद में बेहतर इलाज के लिए जोधपुर रेफर किया गया।
जैसलमेर जिला प्रशासन ने हादसे की सूचना मिलते ही राहत व बचाव कार्य शुरू कर दिया। जिला कलेक्टर प्रताप सिंह ने घायलों को तुरंत चिकित्सकीय सुविधा उपलब्ध कराने के निर्देश दिए और हेल्पलाइन नंबर जारी किए।

गंभीर घायलों को ग्रीन कॉरिडोर से ले जाया गया
गंभीर घायलों को शीघ्र जोधपुर पहुंचाने के लिए राष्ट्रीय राजमार्ग-125 पर ग्रीन कॉरिडोर बनाया गया। पुलिस की निगरानी में आठ एंबुलेंसों को रवाना किया गया।
जिला कलेक्टर ने इस बात पुष्टि की कि बस पूरी तरह जलकर खाक हो गई और कई शवों की पहचान भी मुश्किल हो गई है। डीएनए और फॉरेंसिक टीम जोधपुर से मौके पर पहुंच चुकी है ताकि मृतकों की पहचान सुनिश्चित की जा सके।
उन्होंने बताया कि मृतकों की पहचान डीएनए टेस्टिंग से की जाएगी, जैसा अहमदाबाद विमान हादसे में किया गया था। पहचान की पुष्टि के बाद ही शव परिजनों को सौंपे जाएंगे।


प्रधानमंत्री ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस हादसे पर गहरा शोक व्यक्त किया। पीएमओ की तरफ से X पर लिखा कि प्रधानमंत्री जैसलमेर, राजस्थान में हुई दुर्घटना में जनहानि से व्यथित हैं। उन्होंने कहा कि इस कठिन समय में मेरी संवेदनाएं प्रभावित परिवारों के साथ हैं। घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की प्रार्थना करता हूं।
पीएम मोदी ने यह भी घोषणा की कि प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष (PMNRF) से प्रत्येक मृतक के परिजन को 2 लाख रुपये और घायलों को 50 हजार रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।


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