आरबीआई की सख्ती के बावजूद जारी है चीनी लोन एप का आतंक
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आरबीआई की सख्ती के बावजूद जारी है चीनी लोन एप का आतंक

लोन लेने वाले व्यक्ति के परिचितों को भी किया जा रहा है प्रताड़ित - मॉर्फ़ कर फ़ोटो अशलील बना कर किया जा रहा है ब्लैकमेल






पुलिस के तमाम प्रयासों के बाद भी चीनी लोन एप का आतंक जारी है. आलम ये है कि अब वे लोग भी इन एप के रिकवरी एजेंट के रडार पर रहते हैं, जो लोन लेने वाले व्यक्ति के परिचित या फिर रिश्तेदार होते हैं. दरअसल ऐसी लोन एप के रिकवरी एजेंट लोन लेने वाले व्यक्ति के मोबाइल फोन की कांटेक्ट लिस्ट एप के माध्यम से हासिल कर लेते हैं और फिर उसके जितने भी संपर्क कांटेक्ट लिस्ट में होते हैं, उनका सारा डाटा अपने पास रख लेते हैं. लोन लेने के हफ्ते या 10 दिन बाद से ही रिकवरी एजेंट रिकवरी के लिए कॉल करना शुरू कर देते हैं.

पहले सिर्फ लोन लेने वाले पर ही बनाते थे दबाव लेकिन अब परिचितों को भी करते हैं परेशान

अगर पहले की बात करें तो चीनी लोन एप के रिकवरी एजेंट सिर्फ लोन लेने वाले व्यक्ति पर ही दबाव बनाते थे. पर अब इन लोगों की हिम्मत इतनी बढ़ चुकी है कि वो कांटेक्ट लिस्ट में शामिल लोगों को भी दबाव में लेने का प्रयास करते हैं और इस प्रयास में सारी हद पार कर जाते हैं। इनके निशाने पर महिलाएं होती हैं। जिनका व्हाट्सएप प्रोफाइल फोटो लेकर ये उसे मॉर्फ़ करके अश्लील तस्वीर में बदलकर ब्लैकमेलिंग का धंधा शुरू करते हैं।

शाहाबाद डेरी थाना इलाके से आया है ऐसा ही एक मामला

चीनी लोन एप द्वारा प्रताड़ित करने का ऐसा ही एक मामला राजधानी दिल्ली के शाहबाद डेरी इलाके से सामने आया हैं, जहां एक महिला की व्हाट्सएप्प प्रोफाइल फोटो को मॉर्फ़ करने के बाद अश्लील फोटो में तब्दील कर दिया गया और फिर उसी महिला को ही वो फोटो भेज कर ब्लैकमेल करने का धंधा शुरू किया गया। पीड़ित महिला की शिकायत पर आउटर नॉर्थ जिला के साइबर पुलिस थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. महिला का कहना है कि उनके एक परिचित ने किसी चीनी लोन एप से लोन लिया था. उसके बाद उस व्यक्ति ने लोन चुकाने में देरी की या फिर लोन नहीं चुका रहा ये मालूम नहीं. उस व्यक्ति ने महिला के नम्बर अपने मोबाइल में सेव किया हुआ है और महिला के नाम से दीदी लिखा हुआ है।

पाकिस्तान के नम्बर आया इंटरनेट कॉल और व्हाट्सएप मैसेज

पीड़ित महिला के अनुसार उसके पास पाकिस्तान के एक नंबर से इंटरनेट कॉल आती है और उस व्यक्ति का नाम लेकर कहा जाता है कि जो तुम्हारा भाई है अगर वो लोन नहीं चुकाएगा तो उसका अंजाम तुम्हें भुगतना होगा. महिला समझ नहीं पाती है कि आखिर ये क्या कह रहे हैं. कुछ दिन बीतने पर महिला को एक पाकिस्तानी व्हाट्सएप नंबर से मैसेज आता है, जिसे देखने के बाद उसके होश उड़ जाते हैं. दरअसल महिला के मोबाइल पर जो मैसेज आता है, उसमें एक फोटो होती है, जो महिला के व्हाट्सएप प्रोफाइल पर लगाई गई थी. फोटो को नग्न अवस्था में तब्दील कर दिया गया होता है. फोटो के साथ एक मैसेज भी आता है कि अगर लोन अमाउंट नहीं चुकाया तो तुम्हारी तस्वीर सेक्स ग्रुप में डाल दी जाएगी और सोशल मीडिया पर भी वायरल कर दिया जाएगा. महिला को घबरा जाती है और कुछ समझ नहीं पाती है. फिर वो अपने परिवार में इस बात का जिक्र करती है , जिसके बाद मामले की शिकायत पुलिस से की जाती है।

बिना गारंटी के देते हैं लोन

इन एप के चंगुल में फंसने का मुख्य कारण ये है कि बगैर किसी गारंटी या दस्तावेजी कार्रवाई के ही लोन उपलब्ध करवा दिया जाता है. लोन की राशि बेहद कम 10 से १५ हजार या 20 से 25 हजार होती है. लोन देने के साथ कुछ हिस्सा प्रोसेसिंग फीस के नाम से पहले ही काट लिया जाता है. बची हुई रकम को चुकाने की अवधि लगभग 1 महीने की होती है, लेकिन जैसे ही हफ्ता या 10 दिन बीतते हैं, वैसे ही रिकवरी एजेंट फोन करना शुरू कर देते हैं. देश में इन लोन एप का धंधा इसलिए भी ज्यादा बढ़ रहा है क्योंकि लोग बगैर कुछ जांचे परखे जल्दी लोन मिलने के चक्कर में इन ऐप से पैसा ले लेते हैं और फिर बाद में पछताते हैं.

देशभर में कई लोग कर चुके हैं आत्महत्या

अगर हम देशभर की बात करें तो इन अप के माध्यम से लोन लेने वाले कई ऐसे लोग हैं, जो आत्महत्या कर चुके हैं और ये घटना देशभर के अलग-अलग राज्यों में हुई है, जैसे मध्य प्रदेश, केरल, दिल्ली आदि. मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में लोन एप के आतंक के चलते पूरे परिवार ने आत्महत्या कर ली. ऐसी ही घटना केरल में भी हुई. ये घटनाएं वर्ष 2023 की है.

भारतीय रिज़र्व बैंक की कवायदे भी नहीं रोक पा रही चीनी लोन एप का आतंक

ऐसी घटनाओं के सामने आने के बाद भारतीय रिजर्व बैंक में गूगल के साथ मिलकर ऐसी एप को प्ले स्टोर से हटाने का काम भी किया, लेकिन इन सब के बावजूद चीनी लोन एप भारत में अभी भी सक्रिय है और लोगों को जाल में फंसा कर उनकी जिंदगी को जहन्नम बनाने में जुटी हुई है.

प्ले स्टोर की जगह एसएमएस के जरिये भेजते हैं लोन लिंक

पुलिस का कहना है कि आरबीआई द्वारा की गई सख्ती के बाद इन लोन एप ने लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए दूसरा रास्ता चुन लिया है . अब ये लोग प्ले स्टोर की बजाए एसएमएस के माध्यम से लोगों के पास लिंक भेजते हैं और उन्हें बगैर गारंटी के लोन देने का वादा करते हैं, जो लोग लालच में आकर उस लिंक के माध्यम से लोन लेते हैं, वो इन एप के मकड़ जाल में फंस जाते हैं.

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