
पुणे: पुलिस थाने के नजदीक स्वारगेट बस स्टैंड पर 26 वर्षीय महिला से दुष्कर्म, आरोपी फरार
महाराष्ट्र के पुणे में हुई दुष्कर्म की इस घटना से एक बार फिर राज्य की सुरक्षा व्यवश्ता पर सवाल उठ रहे हैं, वहीँ विपक्ष इस बात पर जोर दे रहा है कि पुलिस थाने से महज 100 मीटर की दूरी पर हुई घटना पुलिस लापरवाही का नतीजा है.
Pune Rape Case: पुणे के व्यस्त स्वारगेट बस स्टैंड पर खड़ी एक बस में मंगलवार तड़के 26 वर्षीय महिला के साथ दुष्कर्म की घटना सामने आई है। यह बस स्टैंड एक पुलिस स्टेशन से मात्र 100 मीटर की दूरी पर स्थित है, यही वजह है कि राज्य में सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल उठ रहे हैं।
आरोपी की पहचान और पुलिस कार्रवाई
सीसीटीवी फुटेज के आधार पर आरोपी की पहचान दत्तात्रय रामदास (36) के रूप में की गई है, जिसका पहले से ही आपराधिक रिकॉर्ड है। हालांकि, अभी तक उसे गिरफ्तार नहीं किया जा सका है। पुलिस ने आठ विशेष टीमें बनाई हैं और स्निफर डॉग यूनिट भी तैनात की है ताकि आरोपी को जल्द से जल्द पकड़ा जा सके।
क्या है घटना
पीड़िता, जो एक घरेलू कामगार थी और सतारा जिले के फालतन गांव जा रही थी, बस का इंतजार कर रही थी। सीसीटीवी फुटेज में आरोपी रामदास को उससे बातचीत करते हुए देखा गया, जिसमें उसने महिला को ‘दीदी’ (बहन) कहकर संबोधित किया और बताया कि वह बस उसे उसके गंतव्य तक छोड़ देगी।
महिला के मुताबिक, जब उसने देखा कि बस में लाइट नहीं जल रही है, तो उसने संदेह जताया। लेकिन रामदास ने उसे भरोसा दिलाया कि अंदर यात्री सो रहे हैं, इसलिए रोशनी बंद है। जैसे ही महिला बस में चढ़ी, आरोपी ने दरवाजा बंद कर दिया और उसका बलात्कार किया।
घटना के बाद, महिला ने एक दूसरी बस ली, जिसमें उसकी सहेली यात्रा कर रही थी। उसने अपनी सहेली को घटना के बारे में बताया, जिसने तुरंत उसे पुलिस में रिपोर्ट दर्ज कराने की सलाह दी।
पुलिस जांच और प्रशासन की जिम्मेदारी
पुलिस ने घटना के तुरंत बाद प्राथमिकी दर्ज कर ली और सीसीटीवी फुटेज की जांच शुरू कर दी। इसके अलावा, पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि बस डिपो प्रशासन ने ऐसी लापरवाही कैसे होने दी और यह अपराध वहां कैसे घटित हुआ।
स्वारगेट बस स्टैंड महाराष्ट्र राज्य परिवहन निगम (MSRTC) द्वारा संचालित सबसे बड़े बस स्टैंडों में से एक है।
सरकार का क्या है कहना
महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने इस घटना को "बेहद दुर्भाग्यपूर्ण, दुखद और शर्मनाक" बताया है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने मामले को गंभीरता से लिया है और पुलिस को सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए हैं।
अजित पवार ने सोशल मीडिया पर लिखा:
"स्वारगेट बस स्टेशन पर हमारी एक बहन के साथ दुष्कर्म सभ्य समाज के लिए शर्मनाक है। यह अपराध अक्षम्य है, और अपराधी को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। मैंने पुणे पुलिस कमिश्नर को आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं।"
उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि राज्य सरकार पीड़िता को न्याय दिलाने और आरोपी को कड़ी सजा दिलाने के लिए हर संभव कानूनी कदम उठाएगी।
राजनीतिक विवाद और विरोध प्रदर्शन
इस घटना को लेकर विपक्षी दलों ने सरकार पर निशाना साधा है।
- महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख हर्षवर्धन सपकल ने कहा कि राज्य में दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं और दिल्ली में हुए 2012 के निर्भया कांड का जिक्र करते हुए भाजपा सरकार पर महिलाओं की सुरक्षा की अनदेखी करने का आरोप लगाया।
- एनसीपी नेता सुप्रिया सुले ने इस बात पर सवाल उठाया कि पुलिस गश्त के बावजूद अपराधी कानून से बेखौफ कैसे हैं।
- शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) के नेताओं ने स्वारगेट बस स्टैंड पर विरोध प्रदर्शन किया।
एएनआई समाचार एजेंसी द्वारा साझा किए गए वीडियो में शिवसेना नेता वसंत मोरे और अन्य कार्यकर्ताओं को बस स्टैंड कार्यालय के अंदर प्रदर्शन करते हुए दिखाया गया, जिसमें खिड़की के शीशे भी टूटे हुए नजर आए।