राउज़ आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में नहीं था पानी की निकासी का कोई प्रबंध
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राउज़ आईएएस स्टडी सर्किल के बेसमेंट में नहीं था पानी की निकासी का कोई प्रबंध

दिल्ली पुलिस द्वारा दर्ज FIR में किया गया दावा. दिल्ली पुलिस का दावा है कि खुद इंस्टिट्यूट के मालिक ने या बताया कि बेसमेंट में पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं थी


Rau's IAS Study Circle: ओल्ड राजेंद्र नगर में जिस कोचिंग सेंटर में हादसे का शिकार हुए तीन छात्र-छात्रों की मौत के मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज करते हुए कोचिंग सेंटर के मालिक को गिरफ्तार किया है. ये बात तो सभी के सामने आ गयी है कि कोचिंग सेंटर बेसमेंट में अवैध तौर पर लाइब्रेरी चला रहा था, जबकि वहां पर पार्किंग की जगह थी. लेकिन इस मामले की एफईआर में जिस बात पर पुलिस ने जोर दिया है वो ये है कि बेसमेंट में पानी की निकासी का कोई इंतजाम नहीं था, यही वजह रही कि इतना बड़ा हादसा हो गया. जानते हैं FIR में पुलिस ने क्या लिखा है और इन धाराओं में मामला दर्ज किया है


बेसमेंट में नहीं थी पानी के निकासी की कोई व्यवस्था

राजेन्द्र नगर थाने में दर्ज FIR संख्या 151/24 में ओल्ड राजेंद्र नगर में स्थित Rau's IAS study circle के बेसमेंट में पानी भरने से हुई तीन छात्रों की मौत की घटना का उल्लेख है. ये FIR सब इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र कुमार शर्मा की शिकायत पर दर्ज की गयी है, जिसमें गैर इरादतन हत्या समेत विभिन्न धाराएं लगायी गयी हैं.



इन धाराओं के तहत दर्ज किया मुकदमा

पुलिस ने इस घटना में दर्ज FIR में बीएनएस की धारा 105 (गैर इरादतन हत्या), 106 (1) (लापरवाही के कारण मौत), 115 (2) (स्वेच्छापूर्वक गंभीर चोट पहुंचाने), 290, 3(5) (इमारतों को गिराने, उनकी मरम्मत करने या निर्माण करने आदि के संबंध में) लापरवाहीपूर्ण आचरण प्रयुक्त की हैं.

घटना का विवरण
FIR के अनुसार शनिवार शाम करीब साढ़े छह बजे पुलिस को एक पीसीआर कॉल के जरिए इस घटना की सूचना मिली, जिसमें बताया गया ओल्ड राजिन्द्र नगर Rau"s IAS study circle के बेसमेंट में पानी भर गया है, बच्चे फंस गए हैं, नीड हेल्प. ये पता चलते ही एएसआई बिरेन्द्र व हेड कांस्टेबल सुनील मौके पर पहुंचे. इस सेंटर के सामने बहुत सारा पानी भरा हुआ था. ये देख एएसआई बिरेन्द्र ने खतरे और हालात को देखते हुए राजेन्द्र नगर थाने को सूचना देते हुए अन्य स्टाफ को मौके पर बुलाया. उस वक्त इस सेंटर की पार्किंग में करीब तीन फीट पानी भरा हुआ था. वहां बेसमेंट स्थित लाइब्रेरी में बच्चों के फंसे होने की जानकारी मिली. इस बीच स्थानीय थानाध्यक्ष ने हालात को देखते हुए फायर, एनडीआरएफ आदि एजेंसी को खबर देकर मौके पर बुलवा लिया. यहां फायर कर्मियों की मदद से पंप लगाकर बेसमेंट से बाहर पानी निकालना शुरु किया गया.

NDRF के गोताखोर पानी में उतरे
इसी दौरान एनडीआरएफ टीम के गौताखोर ने बेसमेंट में पानी के बीच घुसकर सर्च ऑपरेशन शुरू किया. चैकिंग के वक्त एक युवक और दो लड़कियों की लाश निकाली गई. उस वक्त सेंटर का मालिक अभिषेक गुप्ता (48) भी वहीं पर मिला. उनसे बेसमेंट में लाइब्रेरी चलाने के कागजात मांगे गए, जिन्हें वो दिखा नहीं सके. मौके पर की गई जांच पड़ताल के दौरान पुलिस ने पाया बारिश का पानी सड़क पर भर गया था. पानी न निकल पाने के कारण सड़क पर जमा पानी ओवर फ्लो होकर बेसमेंट में घुस गया था, जिस कारण छात्रों की जान को खतरा पैदा हुआ.

पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं
FIR के मुताबिक पुलिस की पूछताछ में सेंटर मालिक अभिषेक गुप्ता ने स्वीकार किया कि बेसमेंट में पानी की निकासी की कोई व्यवस्था नहीं है. ये सब बातें सामने आने के बाद पुलिस ने रविवार को राजेन्द्र नगर थाने में उचित धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया. ये मुकदमा सब इंस्पेक्टर धर्मेन्द्र कुमार की शिकायत पर दर्ज किया गया है, जिसमें सेंटर मालिक अभिषेक गुप्ता को नामजद किया है. इसके अलावा घटना के लिए तमाम जिम्मेदार बिल्डिंग मैनेजमेंट, ड्रेनेज सिस्टम के लिए जिम्मेदार और अन्य सभी वो लोग जो इस घटना के लिए जिम्मेदार हैं, वे सब मामले को लेकर जांच के दायरे में हैं.


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