RG Kar Hospital Case : आरोपी के कपड़ों और जूतों ने दी गवाही, चार्जशीट में खुलासा
पीड़िता ने खुद को बचने के लिए काफी संघर्ष किया. आरोपी संजय ने उसे मारापीटा घसीटा. आरोपी के शारीर पर चोट के पांच निशान भी मिले जो उसी संघर्ष के दौरान लगे थे. आरोपी ने महज 29 मिनट में ही इस पूरी वारदात को अंजाम दिया था.
RG Kar Medical Hospital : कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी लेडी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के मामले में सीबीआई ने चार्जशीट दायर कर दी है. इस चार्जशीट में मुख्य आरोपी संजय रॉय के खिलाफ जांच के दौरान डीएनए समेत जो साक्ष्य मिले हैं और इस घटना की जो टाइम लाइन है, वो भी स्पष्ट की गयी है.
महज 29 मिनट में ही दिया अपराध को अंजाम
सीबीआई द्वारा दायर की गयी चार्जशीट में ये दावा किया गया है कि आरोपी संजय रॉय ने आधे घंटे से भी कम समय में ही लेडी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या कर दी. सीबीआई ने सीसीटीवी फुटेज के हवाले से ये खुलासा किया है कि आरोपी संजय 9 अगस्त को तड़के 4:03 बजे सेमिनार हॉल में घुसता है और 4:32 बजे बाहर निकल आता है.
शव मिलने के 12 घंटे बाद हुआ पोस्टमार्टम
चार्जशीट के अनुसार लेडी डॉक्टर का शव सुबह लगभग 6 बजे देखा गया था, जिसके बाद इस घटना की जानकारी हुई थी. और शव का पोस्टमार्टम 9 अगस्त की शाम 6 बज कर 10 बजे किया गया. यानी घटना के 14 घंटे बाद. पोस्टमार्टम में मौत का कारण दम घुटना बताया गया है, जो गला दबाने की वजह से हुआ.
आरोपी के शरीर पर मिले चोट के 5 निशान
चार्जशीट में दावा किया गया है कि आरोपी संजय के शरीर पर चोट के पांच निशान मिले हैं, जो लेडी डॉक्टर के साथ हुए संघर्ष की वजह से लगी है.
आरोपी के जीन्स और जूतों पर मिले खून के निशान
चार्जशीट में ये खुलासा किया गया है कि आरोपी संजय की जीन्स और जूतों पर खून के दाग मिले. ये खून पीड़िता का था, जिसकी पुष्टि डीएनए रिपोर्ट में हो चुकी है. इसके अलावा क्राइम सीन पर आरोपी के बाल भी मिले. संजय का टूटा हुआ ब्लू टूथ भी मिला था, जो उसके मोबाइल से लिंक भी हो चुका है.
संघर्ष के दौरान आरोपी ने पीड़िता को घसीटा मारा
सीबीआई जाँच के दौरान ये भी सामने आया है कि आरोपी संजय ने पीड़िता के साथ हैवानियत के साथ बुरी तरह मारपीट भी की थी. संजय ने पीड़िता को घसीटा था, जिससे उसकी कुर्ती और अंडर गारमेंट फट गए थे. इसके अलावा संजय ने उसका चश्मा भी तोड़ दिया था. फॉरेंसिक एविडेंस की बात करें तो पीड़िता के शरीर पर संजय का सलाइवा मिला था. संजय का सीमेन भी पीड़िता के कपड़ो पर पाया गया था. इनका मिलान डीएनए जांच में हो चुका है.
सीबीआई जाँच में इशारा मामले को दबाने की गयी थी कोशिश
चार्जशीट में इस बात का भी ज़िक्र किया गया है कि इस मामले को दबाने का प्रयास किया गया था. इस काम में टाला पुलिस थाने के एसएचओ और आरजी कर मेडिकल कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल शामिल रहे, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है. अभी सीबीआई जाँच कर रही है कि आखिर इसके पीछे कौन कौन शामिल थे. वहीँ आरोपी का पोटेंसी टेस्ट भी कराया गया है, जिसकी रिपोर्ट में ये बताया गया है कि वो पोटेंट है यानि नपुंसक नहीं है.
घटना की टाइम लाइन
पीड़िता की 8 अगस्त को 24 घंटे की नाईट ड्यूटी थी. 8 की रात 11:15 बजे पीड़िता की अपनी मां से आखिरी बार फोन पर बात हुई थी. इससे लगभग एक घंटा पहले ही पीड़िता और उसके 4 साथियों के लिए खाने का आर्डर किया गया था. सभी ने एक साथ बैठकर खाना खाया था और सेमिनार हॉल में रात 1 बजे तक ओलिंपिक गेम्स देखे थे.
अगले दिन यानी 9 अगस्त की सुभ 9:35 बजे पीड़िता की तलाश शुरू की गयी. इसके बाद पीड़िता को तलाशा गया और इस घटना का पता चला.
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