कोलकाता रेप के बाद हत्या के मामले में सीबीआई जाँच में संकेत संजय रॉय ने अकेले किया अपराध
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कोलकाता रेप के बाद हत्या के मामले में सीबीआई जाँच में संकेत संजय रॉय ने अकेले किया अपराध

सीबीआई की जांच कथित तौर पर अपने अंतिम चरण में है और वह जल्द ही मामले में आरोप दायर करने के लिए तैयार हो जाएगी.


RG Kar medical College Rape Cum Murder: कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में ट्रेनी महिला डॉक्टर की रेप के बाद हत्या के मामले में सीबीआई की जाँच भी इस बात की ओर इशारा कर रही है कि इस अपराध में एक ही व्यक्ति शामिल था और वो है संजय रॉय. सूत्रों का दावा है कि सीबीआई ने कथित तौर पर सामूहिक बलात्कार की संभावना को खारिज कर दिया है, क्योंकि साक्ष्य संकेत देते हैं कि अपराध के लिए पूरी तरह से संजय रॉय जिम्मेदार था.

शुक्रवार (6 सितंबर) को एनडीटीवी द्वारा उद्धृत सूत्रों के अनुसार, सीबीआई की जांच अपने अंतिम चरण में है और एजेंसी जल्द ही आरोप पत्र दाखिल करेगी.

सीबीआई पर जल्द से जल्द जाँच पूरा करने का दबाव
केंद्रीय जांच एजेंसी पर न केवल पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बल्कि विपक्षी दलों की ओर से भी अपने निष्कर्षों के बारे में जनता को सूचित करने का दबाव है. ममता बनर्जी ने पिछले हफ़्ते सीबीआई से अपडेट की मांग करते हुए कहा था कि "मैंने पाँच दिन का समय माँगा था, लेकिन मामला सीबीआई को भेज दिया गया. वे न्याय नहीं चाहते. वे देरी चाहते हैं. 16 दिन हो गए हैं, न्याय कहाँ है?"
सूत्रों का कहना है कि एजेंसी ने आरोपी के डीएनए के साथ एक मेडिकल रिपोर्ट विशेषज्ञों की अंतिम राय के लिए एम्स, दिल्ली (अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान) को भेज दी है.

100 से अधिक लोगों के दर्ज हुए बयान 10 का कराया गया पोलीग्राफी टेस्ट
सीबीआई ने कथित तौर पर 100 से अधिक बयान दर्ज किए हैं और 10 पॉलीग्राफ परीक्षण किए हैं, जिनमें आरजी कर अस्पताल के पूर्व प्रिंसिपल संदीप घोष के दो परीक्षण भी शामिल हैं. उपलब्ध सभी साक्ष्यों के आधार पर, एजेंसी का मानना है कि संजय रॉय ने महिला डॉक्टर के साथ बलात्कार और हत्या में अकेले ही भूमिका निभाई.

सीबीआई ने कथित वित्तीय अनियमितताओं के लिए 3 लोगों को गिरफ्तार किया
सीबीआई ने संदीप घोष समेत तीन लोगों को उनके कार्यकाल के दौरान अस्पताल में कथित वित्तीय अनियमितताओं के लिए गिरफ्तार किया है. एजेंसी आरजी कर अस्पताल के पूर्व उपाधीक्षक डॉ. अख्तर अली की याचिका के आधार पर मामले को आगे बढ़ा रही है. उन्होंने संदीप घोष पर लावारिस लाशों को बेचने, बायोमेडिकल कचरे की तस्करी और अन्य अनियमितताओं का आरोप लगाया था. इसके बाद से घोष को पश्चिम बंगाल सरकार ने निलंबित कर दिया है. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन और राज्य के डॉक्टरों के संगठन ने भी उन्हें निलंबित कर दिया है.
सीबीआई द्वारा 17 सितंबर को कलकत्ता उच्च न्यायालय में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने की उम्मीद है.


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