हाथरस भगदड़ काण्ड में SIT कर रही है फंडिंग की जांच
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हाथरस भगदड़ काण्ड में SIT कर रही है फंडिंग की जांच

एसआईटी कर रही है मामले की जांच. पुलिस मधुकर के खातों के साथ साथ ट्रस्ट व अन्य सेवादारों के खातों की भी जाँच कर रही है. पुलिस पोलिटिकल कनेक्शन की भी जाँच कर रही है


Hathras Stampede: हाथरस भगदड़ मामले में गठित की गयी SIT अब सत्संग की फंडिंग को लेकर जाँच कर रही है. पुलिस मधुकर समेत ट्रस्ट के बैंक खातों की डिटेल खंगाल रही है, ताकि ये पता चल सके कि आखिर इतने बड़े आयोजन के लिए कहाँ से पैसा आया, क्योंकि ऐसा दावा किया जाता है कि बाबा नारायण साकार हरि लोगों से पैसा नहीं लेता.

इसके साथ ही पुलिस ने दो और सेवादारों को गिरफ्तार किया है. पुलिस का दावा है कि ये दोनों सेवादार भी हाथरस में आयोजित हुए सत्संग में शामिल थे और भगदड़ के बाद भाग गए थे. दावा ये दावा भी किया गया है कि ये दोनों ही सेवादार सूरजपाल उर्फ़ नारायण साकार हरी भोलेबाबा के ही सेवादार हैं. वहीँ इस मामले के मुख्यारोपी देवप्रकाश मधुकर को पुलिस ने रिमांड पर ले लिया है. अभी तक इस पूरे मामले में 11 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है.

मधुकर ही करता था फंड एकत्र करने का काम, क्या राजनितिक पार्टियों से मिलती थी फंडिंग

पुलिस का कहना है कि मधुकर जो मुख्य आयोजनकर्ता है, उसके बैंक एकाउंट्स आदि की जाँच की जा रही है. जाँच में पता चला है कि सत्संग के लिए उसी ने फण्ड एकत्र किया था . सूत्रों का ये भी कहना है कि मधुकर कुछ समय से कई राजनितिक पार्टियों के साथ संपर्क में भी था. ऐसा भी अंदेशा है कि सूरजपाल के कार्यक्रम और उसके पास जो संसाधन है, वो किसी राजनीतक दल द्वारा पोषित है. इन सब विषयों की जाँच की जा रही है. इसके अलावा सेवादारों के खाते, ट्रस्ट के खाते, ट्रस्ट के पास कितनी संपत्ति आदि है, इन सबकी जाँच चल रही है. समय आने पर इनकों टैक्स विभाग से भी जांच में सहयोग लिया जाएगा. इसमें आयकर विभाग की भी मदद ली जाएगी।

पुलिस का दावा है कि पूछताछ में मधुकर ने खुलास किया है कि वो वर्ष 2010 से एटा में मनरेगा में इंजीनियर के पद पर संविदा पर कार्यरत है. 2 जुलाई को हुई घटना को लेकर उसने बताया कि उसे और अन्य सेवादारों को ये आभास था कि जब सूरजपाल उर्फ़ नारायण साकार हरी भोले बाबा की गाड़ी को जाएगी तो भीड़ बाबा की चरण राज लेने के लिए जमीन पर लेटेंगे या नीचे झुकेंगे. उन्हें ये भी अंदेशा था कि इससे बड़ी घटना हो सकती है. इसके बावजूद उन्होंने भीड़ को गाडी के पास एकत्र होने दिया और गाड़ी को भीड़ के बीच से निकाला. पुलिस जल्द ही मधुकर को रिमांड पर लेगी.

ज्ञात रहे कि हाथरस में सूरजपाल उर्फ़ नारायण साकार हरी भोले बाबा का सत्संग 2 जुलाई को हुआ था और दोपहर को वो समाप्त हो गया था. इसके बाद जैसे ही बाबा निकला, उसके बाद ही वहां भगदड़ मच गयी और इस भगदड़ में 121 लोगों की मौत हो गयी. पुलिस ने FIR दर्ज करते समय ये बताया कि सत्संग के लिए जो परमिशन ली थी, उसमें 80 हजार लोगों के आने की बात कही गयी थी, जबकि उसमें ढाई लाख से ज्यादा लोग पहुंचे थे. इस आयोजन के मुख्यआयोजनकर्ता मधुकर को ही मुख्य आरोपी बनाया गया है.

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