तेलंगाना में हत्या कर्नाटक में मिला शव, 8 करोड़ के चक्कर में पत्नी बनी हत्यारन !
हत्या के इस मामले में सारी की सारी कहानी ही किसी फिल्म से कम नहीं है, जिसमें लव, सेक्स, धोखा, लालच और साजिश सब कुछ है. पुलिस का कहना है कि कर्नाटक पुलिस ने 500 सीसीटी कैमरों की फुटेज से मदद मिली. हत्यारों ने शव को ठिकाने लगाने के लिए 800 किलोमीटर का सफर तय किया.
Kodagu Karnataka Murder : कर्नाटक की कोडागु पुलिस ने एक ऐसी मर्डर मिस्ट्री को सोल्व किया है, जिसमें लव, सेक्स और धोखा के साथ साथ लालच और साजिश भी है. 8 करोड़ का लालच और 800 किलोमीटर दूर शव को ठिकाने लगाने की ये खुनी कहानी किसी फ़िल्मी स्क्रिप्ट से अलग नहीं है. दरअसल तेलानागना के एक व्यवसायी ने जब अपनी दूसरी पत्नी को 8 करोड़ रूपये देने से इंकार कर दिया तो यही उसकी मौत का कारण बन गया. व्यवसायी की पत्नी ने अपने प्रेमी और दोस्त के साथ मिलकर व्यवसायी की हत्या कर दी और फिर उसी की मर्सडिज़ कार में शव को लेजाकर 800 किलोमीटर दूर कर्नाटक के चाय बागान में ठिकाने लगा दिया. पुलिस ने व्यवसायी की पत्नी, उसके प्रेमी और तीसरे आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
कौन हैं आरोपी
पुलिस के अनुसार आरोपियों के नाम निहारिका (29), निहारिका का प्रेमी निखिल (28) और अंकुर राणा है. निखिल एक पशु चिकित्सक है. मृतक व्यवसायी का नाम रमेश था, जिनकी उम्र 54 साल थी.
क्या है मामला
इस अपराध की कहानी तेलानागना से शुरू होती है और ख़त्म कर्नाटक में. लेकिन इस मामले की जाँच उलटी चलती है, यानी कर्णाटक से शुरू होती है. कर्णाटक के कोडागु क्षेत्र की पुलिस को कॉफ़ी बागानों में एक पुरुष का अधजला शव मिलता है. पुलिस को ये समझते देर नहीं लगती कि ये हत्या का मामला है. कोडागु पुलिस मामला दर्ज करने के बाद जाँच शुरू करती है.
500 सीसीटीवी कैमरे
पुलिस का कहना है कि मृतक की शिनाख्त करना सबसे जरुरी था क्योंकि उसके बिना हत्यारों और हत्या का मकसद पता चलना बेहद मुश्किल होता है. पुलिस ने कॉफ़ी बागान से लेकर मुख्य मार्ग और हाईवे तक के बीच लगे लगभग 500 सीसीटीवी कैमरों को खंगाला तो एक लाल रंग की मर्सडिज़ कार का पता चला. पुलिस ने उसकी डिटेल्स पता लगाई तो वो तेलानागना के रहने वाले रमेश के नाम पर पंजीकृत पायी गयी. पुलिस ने तुरंत रमेश के बारे में पता लगवाया तो मालूम हुआ कि उसकी पत्नी ने उसकी गुमशुदगी दर्ज करवाई हुई है. ये जानकार मामला और भी उलझ गया लेकिन फिर भी कर्नाटक पुलिस ने तेलानागना पुलिस से संपर्क कर सारी जानकारी साझा की.
निहारिका ने पूछताछ में अपराध को स्वीकार किया
पुलिस का दावा है कि कोडागु पुलिस की 4 टीमों ने लगभग 10 दिनों की मशक्कत के बाद रमेश के बारे में पता लगाया और फिर निहारिका से पूछताछ शुरू की. इस मामले में निहारिका ने पुलिस को गुमराह करने की कोशिश की लेकिन वो ज्यादा देर तक पुलिस को भटका नहीं पायी और उसने खुलासा किया कि उसने ही रमेश की हत्या की है. इस काम में अंकुर राणा ने उसका साथ दिया और फिर निखिल को साथ लेकर उसने शव को ठिकाने लगाया.
8 करोड़ के लिए की हत्या
निहारिका ने बताया कि रमेश के साथ उसकी तीसरी शादी थी जबकि रमेश की ये दूसरी शादी थी. रमेश एक व्य्वास्यी थे. निहारिका ने बताया कि उसने ये शादी भी रुपयों के लालच में ही की थी और शादी के बाद उसने रमेश के पैसों पर काफी ऐश की. लेकिन अब उसने रमेश से 8 करोड़ रूपये की मांग की जो रमेश ने ठुकरा दी. इसी बात पर निहारिका काफी खफा हो गयी और उसने रमेश की हत्या की साजिश रच डाली. उसने अपने दोस्त अंकुर राणा को बुलाया. उसे अपने घर पर ही रखा और फिर 1 अक्टूबर के दिन रमेश को साथ लेकर वो उसे छोड़ने के लिए निकली. रास्ते में निहारिका ने अंकुर के साथ मिल कर रमेश की गला घोंट कर हत्या कर दी. इसके बाद रमेश के शव को साथ लेकर घर आई. यहाँ उसने अंकुर के साथ मिलकर नकदी, गहनों के अलावा कुछ दस्तावेज भी चुराए. फिर अंकुर और निहारिका निखिल के पास पहुंचे और रमेश की हत्या की बात बतायी. इसके बाद तीनों उसके शव को लेकर बेंगलुरु पहुंचे जहाँ कार में पेट्रोल आदि भरवाया और फिर वहां से कर्णाटक के कॉफ़ी बागान पहुंचे और रमेश के शव को जला दिया. वापस तेलानागना लौटने पर उसने रमेश की गुमशुदगी दर्ज करवा दी.
हरियाणा की जेल में बंद रह चुकी है निहारिका
पुलिस का कहना है कि निहारिका के खिलाफ हिरयाणा में आर्थिक अपराध का मामला दर्ज है, वो इस मामल में जेल में भी रह चुकी है. जेल जेई ही निहारिका की मुलाकात अंकुर की माँ से हुई थी, जिसके बाद अंकुर के साथ उसकी दोस्ती हो गयी. निहारिका पेशे से इंजिनियर थी. उसने पुलिस को बताया कि उसके दूसरे पति ने उसए आर्थिक अपराध के मामले में फंसाया था.
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