
कॉर्पोरेट स्टाइल में चला रहे थे आतंकी मोड्यूल, चार राज्यों से पांच गिरफ्तार
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल और केन्द्रीय एजेंसियों ने एक संयुक्त ऑपरेशन के तहत ये कार्रवाई की है.
Terror Module : दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल और केंद्रीय एजेंसियों ने मिलकर एक बड़े आतंकी मॉड्यूल का पर्दाफाश किया है। इस जॉइंट ऑपरेशन में दिल्ली, मध्य प्रदेश, झारखंड और तेलंगाना समेत कई राज्यों में छापेमारी की गई और पांच आतंकियों को गिरफ्तार किया गया। जांच में सामने आया है कि यह मॉड्यूल किसी साधारण गिरोह की तरह नहीं, बल्कि एक कॉर्पोरेट कंपनी के ढांचे पर काम कर रहा था, जहां हर सदस्य की भूमिका तय थी और कोडवर्ड्स के जरिए ही बातचीत होती थी।
Press Conference : The Special Cell busted international and interstate terror module. pic.twitter.com/nNIM2HXVfs
— Delhi Police (@DelhiPolice) September 11, 2025
दानिश: ‘सीईओ’ और केमिकल बम बनाने का माहिर
इस पूरे नेटवर्क का सरगना दानिश है, जो इंग्लिश ऑनर्स में पोस्ट ग्रेजुएट है और केमिकल बम बनाने का एक्सपर्ट माना जाता है। मॉड्यूल में इसे “गजवा लीडर” और “CEO” जैसे कोड नाम से बुलाया जाता था। उसके साथ कामरान कुरैशी समेत कई पढ़े-लिखे युवक शामिल थे। सभी सोशल मीडिया और एन्क्रिप्टेड प्लेटफॉर्म्स के जरिए पाकिस्तान स्थित हैंडलर्स से जुड़े थे, जहां से टास्किंग और भर्तियां होती थीं।
टारगेट किलिंग से लेकर बम बनाने तक की जिम्मेदारी
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, यह मॉड्यूल पैन इंडिया स्तर पर एक्टिव था। हर सदस्य को अलग-अलग जिम्मेदारी दी गई थी। किसी को कारतूस और हथियार जुटाने का काम, तो किसी को बम बनाने का। टारगेट किलिंग तक की प्लानिंग इनके एजेंडे में शामिल थी।
कब्जा करो, फिर जिहाद करो
दिल्ली पुलिस के स्पेशल सेल ने दावा किया है कि जांच में पता चला है कि इस मॉड्यूल का मकसद ‘खिलाफत मॉडल’ लागू करना था। यानी पहले किसी इलाके पर कब्जा करना और फिर वहां जिहाद छेड़ना। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स इनके लिए सबसे बड़ा हथियार बने हुए थे, जिनके जरिए यह भटके हुए युवाओं को भर्ती कर कट्टरपंथ फैला रहे थे।
मुंबई से भी गिरफ्तारी, भारी मात्रा में विस्फोटक बरामद
इस ऑपरेशन की शुरुआत दिल्ली से हुई और बाद में मुंबई, मध्य प्रदेश, झारखंड व तेलंगाना तक गिरफ्तारी का सिलसिला फैला। मुंबई के दो संदिग्धों को निज़ामुद्दीन रेलवे स्टेशन से पकड़ा गया। छापों में पुलिस को भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री मिली है—हाइड्रोक्लोरिक एसिड, नाइट्रिक एसिड, सल्फर पाउडर, कॉपर शीट, बॉल बेयरिंग, तार और इलेक्ट्रॉनिक सर्किट। दानिश के पास से एक देसी पिस्तौल और जिंदा कारतूस भी बरामद किए गए हैं।
फंडिंग हवाला चैनलों से
पूरे नेटवर्क को फंडिंग हवाला चैनलों के जरिए मिल रही थी। अब तक 11 लोगों को हिरासत में लिया गया है, जिनमें से पांच की गिरफ्तारी हो चुकी है। एजेंसियों का मानना है कि यह मॉड्यूल अगर सफल हो जाता तो देश में बड़े पैमाने पर दहशत फैला सकता था।