उन्नाव रेप केस: पीड़िता ने CBI से जाँच अधिकारी के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की
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उन्नाव रेप केस: पीड़िता ने CBI से जाँच अधिकारी के खिलाफ FIR दर्ज करने की मांग की

उन्नाव रेप केस की पीड़िता ने CBI से FIR दर्ज कराने की मांग की, आरोप IO ने केस में सेंगर के पक्ष में जाँच की और फर्जी दस्तावेज़ बनाए।


Unnao Rape Case : उन्नाव रेप केस की पीड़िता ने अब CBI के तत्कालीन जांच अधिकारी के खिलाफ से FIR दर्ज कराने की मांग की है। पीड़िता ने आरोप लगाया है कि उस समय के जांच अधिकारी ने केस में पूर्व BJP विधायक कुलदीप सिंह सेंगर के पक्ष में काम किया और उनके ( पीड़िता ) खिलाफ फर्जी दस्तावेज़ तैयार किए। पीड़िता और उनके परिवार ने कथित धमकियों का भी जिक्र किया।


पीड़िता का कहना है कि जांच अधिकारी ने “जानबूझकर गलत तरीके से तथ्यों को पेश किया और ऐसा किया कि आरोपी को फायदा मिल सके।” उन्होंने यह भी कहा कि जांच में उनके बयान में गड़बड़ी की गई और उन्हें गलत जानकारी के आधार पर रिपोर्ट में दर्शाया गया।

फर्जी दस्तावेज़ और गलत तथ्य

पीड़िता ने आरोप लगाया कि चार्जशीट में उनके स्कूल और जन्म तिथि को गलत दिखाया गया, जबकि उन्होंने कभी उस स्कूल में दाखिला नहीं लिया। इसके अलावा उनके कथित मोबाइल उपयोग और बयान भी फर्जी ढंग से दर्ज किए गए।

उन्होंने यह भी कहा कि पहले भी शिकायत दर्ज की गई थी, लेकिन उस पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। इससे यह स्पष्ट होता है कि जांच में गंभीर पक्षपात और प्रोसेस की अनियमितता रही।

CBI और अदालत की भूमिका

CBI ने हाई कोर्ट में इस मामले के दौरान कहा था कि मोबाइल फोन का विवरण केवल “राय” था और इससे यह साबित नहीं होता कि अधिकारी आरोपी के पक्ष में था। हालांकि, अदालत ने कहा कि जांच की प्रक्रिया ने पीड़िता और उसके परिवार की कहानी को कमजोर करने का प्रभाव छोड़ा।

अब सबकी निगाहें CBI और अदालत पर टिकी हैं। FIR दर्ज होने और जांच के निष्पक्ष तरीके से होने की मांग उठ रही है। इससे यह तय होगा कि संवेदनशील मामलों में पीड़ितों की सुरक्षा और न्यायिक प्रक्रिया कितनी मजबूत है।


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