बंगाल में 10 साल की लापता बच्ची का शव मिला, गुस्साई भीड़ ने पुलिस चौकी फूंकी
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बंगाल में 10 साल की लापता बच्ची का शव मिला, गुस्साई भीड़ ने पुलिस चौकी फूंकी

ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि शुक्रवार शाम से लापता लड़की के साथ बलात्कार किया गया और उसकी हत्या कर दी गई तथा पुलिस ने उनकी शिकायत पर तत्काल कार्रवाई नहीं की.


Crime Against Women : पश्चिम बंगाल में अभी कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में लेडी डॉक्टर की रेप के बाद हत्या का मामला पूरी तरह शांत भी नहीं हुआ है कि एक बार फिर से नारी की इज्जत को लेकर सवाल खड़े हुए हैं. मामला 10 साल की एक बच्ची से जुड़ा है, जो रह्स्म्य परिस्थितियों में लापता हो गयी और फिर उसका शव दलदली जमीं में पड़ा मिला. बच्ची के माता - पिता और परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने लापरवाही बरती को बच्ची को तलाशने के काम में घोर लापरवाही बरती, जिसका नतीजा ये रहा कि उसकी हत्या कर दी गयी. आरोप है कि बच्ची के साथ रेप किया गया है, हालाँकि अभी पोस्टमार्टम के बाद ही इस बात का खुलासा हो पायेगा कि बच्ची के साथ रेप जैसी कोई वारदात को अंजाम दिया गया या नहीं.

इस बीच गुस्साए लोगों ने पुलिस चौकी में आगजनी और तोड़फोड़ की.

क्या है मामला
ये मामला पश्चिम बंगाल के दक्षिणी 24 परगना जिले का है, जहाँ कृपाखाली इलाके में नदी किनारे 10 साल की एक बच्ची का शव मिला. शुक्रवार को घर से ट्यूशन के लिए गयी थी लेकिन घर नहीं लौटी. इसके बाद परिजनों ने इसकी शिकायत पुलिस से की. ये इलाका कुलतली पुलिस थाने के अधिकार क्षेत्र में आता है. परिजनों का आरोप है कि पुलिस को समय रहते शिकायत दे दी गयी थी लेकिन पुलिस की तरफ से बच्ची को तलाशने के लिए कोई प्रयास नहीं किये गए. इसी का नतीजा है कि बच्ची के साथ दरिंदगी करने के बाद उसकी हत्या कर दी गयी. बच्ची चौथी कक्षा की छात्र थी.

पुलिस चौकी में लगायी आग
जानकारी के अनुसार बच्ची की हत्या का पता चलने के बाद पूरे गाँव में तनाव का माहौल व्याप्त हो गया. लोगों में गुस्सा बढ़ गया और इसी गुस्से में लोगों ने पुलिस चौकी पर धावा बोलते हुए पथराव और आगजनी की. चौकी के बहार खड़े वाहनों में भी आग लगा दी. भीड़ को देखते हुए चौकी का स्टाफ मौके से भागने पर मजबूर हो गए.

भीड़ को काबू करने के लिए करना पड़ा लाठी चार्ज, दागने पड़े आंसू गैस के गोले
हालत बिगड़ते देख मामले की जानकारी ऊपर तक पहुंचाई गयी, जिसके बाद मौके पर भारी पुलिस बल को भेजा गया. पुलिस ने लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले दागते हुए भीड़ को काबू में किया, साथ ही कुछ लोगों को हिरासत में भी लिया.

पुलिस का रवैया कोलकाता डॉक्टर मामले जैसा
दक्षिणी 24 परगना की घटना में पीड़ित पक्ष की तरफ से मौजूद एक व्यक्ति ने मीडिया के सामने ये दावा किया कि "लड़की के परिवार के सदस्यों ने क्षेत्र के माहिस्मरी चौकी में प्राथमिकी दर्ज कराई, लेकिन पुलिस ने शिकायत पर तत्काल कार्रवाई नहीं की."
एक अन्य ग्रामीण ने बताया कि पुलिस ने इस मामले में भी उसी तरह प्रतिक्रिया दी जैसी उन्होंने आरजी कर अस्पताल में एक महिला डॉक्टर का शव मिलने के बाद की थी. स्थानीय निवासी गणेश डोलुई ने कहा, "जब तक हमारी नाबालिग बच्ची के बलात्कार और हत्या के लिए जिम्मेदार लोगों को सजा नहीं मिल जाती, तब तक हम अपना आंदोलन जारी रखेंगे. हम उन लोगों के खिलाफ भी कार्रवाई की मांग करते हैं, जिन्होंने शिकायत पर देरी से कार्रवाई की, जिसके कारण उसकी मौत हुई. अगर पुलिस ने तुरंत कार्रवाई की होती, तो लड़की को बचाया जा सकता था."

पुलिस का दावा तुरंत की गयी कार्रवाई
हालांकि, पुलिस ने कहा कि शिकायत मिलने के तुरंत बाद कार्रवाई की गई और लड़की के कथित बलात्कार और हत्या के सिलसिले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है. पुलिस ने कहा, "शुक्रवार रात 9 बजे एफआईआर दर्ज होने के बाद पुलिस हरकत में आई और शुरुआती जांच के बाद आज सुबह एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया. जांच जारी है और हम मृतक के परिवार के साथ हैं." पुलिस अधिकारी ने कहा, "पुलिस चौकी में आगजनी और सभी महत्वपूर्ण दस्तावेजों को नष्ट करने में शामिल लोगों की पहचान की जाएगी और उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी."


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