नशा मुक्त भारत की ओर बड़ा कदम: कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया असम की जेल में शिफ्ट
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नशा मुक्त भारत की ओर बड़ा कदम: कुख्यात गैंगस्टर जग्गू भगवानपुरिया असम की जेल में शिफ्ट

नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के अनुसार नशे के कारोबार पर लगाम लगाने के लिए दृढ़ संकल्पित हैं और इसी कड़ी में अन्य कुख्यात नशा तस्करों को असम और झारखंड की जेल में शिफ्ट किया गया है.


Drug Free India : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नशा मुक्त भारत के संकल्प को साकार करने के लिए सरकार ने नशे के खिलाफ सख्त कार्रवाई शुरू कर दी है। गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में देशभर में ड्रग माफिया पर शिकंजा कसने के लिए जीरो टॉलरेंस पॉलिसी अपनाई गई है। नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डिप्टी डायरेक्टर जनरल ( ऑपरेशन्स ) नीरज कुमार गुप्ता के अनुसार इसी कड़ी में, एनसीबी (NCB) ने पीआईटीएनडीपीएस एक्ट, 1988 के तहत कुख्यात अपराधियों को निवारक हिरासत में लेना शुरू कर दिया है।


जग्गू भगवानपुरिया को पंजाब से असम शिफ्ट किया गया

कुख्यात गैंगस्टर और ड्रग तस्कर जगदीप सिंह उर्फ जग्गू भगवानपुरिया को बठिंडा (पंजाब) से सिलचर (असम) की सेंट्रल जेल में स्थानांतरित कर दिया गया है। गुरदासपुर, पंजाब का रहने वाला यह अपराधी 2012 से अब तक 128 संगीन मामलों में शामिल रहा है। इनमें हत्या, फिरौती, आर्म्स एक्ट और एनडीपीएस एक्ट के 12 मामले शामिल हैं।

जग्गू भगवानपुरिया का नेटवर्क हेरोइन, अफीम और अन्य नशीले पदार्थों की तस्करी के साथ-साथ अवैध हथियारों की आपूर्ति में भी सक्रिय रहा है। वह सिद्धू मूसेवाला हत्याकांड का भी आरोपी है। खुफिया एजेंसियों की जांच में सामने आया है कि वह जेल के भीतर से ही मोबाइल फोन के जरिए अपने आपराधिक नेटवर्क को ऑपरेट करता था।


अंतरराष्ट्रीय तस्करों से था सीधा कनेक्शन

जग्गू के संबंध कनाडा, अमेरिका और पाकिस्तान में सक्रिय नशा तस्करों से जुड़े पाए गए हैं। इसी वजह से उसके अपराध तंत्र को तोड़ने के लिए उसे 23 मार्च 2025 को बठिंडा की हाई-सिक्योरिटी जेल से सिलचर सेंट्रल जेल (असम) में शिफ्ट किया गया।


अन्य अपराधियों पर भी कड़ी कार्रवाई

सिर्फ जग्गू ही नहीं, बल्कि जेल में बैठे अन्य नशा तस्करों पर भी शिकंजा कसा गया है:

अक्षय छाबड़ा और जस्पाल गोल्डी: जेल में रहते हुए भी ड्रग्स तस्करी जारी रखने के कारण इन्हें पंजाब से डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल (असम) में शिफ्ट किया गया।

बलविंदर सिंह उर्फ बिल्ला हवेलियां: यह अपराधी 1992 से पाकिस्तान के ड्रग्स नेटवर्क से जुड़ा हुआ है, इसे डिब्रूगढ़ सेंट्रल जेल (असम) में स्थानांतरित किया गया।

जहानारा बेगम गैंग: पश्चिम बंगाल से जयप्रकाश नारायण सेंट्रल जेल, हजारीबाग (झारखंड) में शिफ्ट किया गया।


ड्रग माफियाओं के खिलाफ निर्णायक कदम

जांच में पाया गया कि कई हाई-प्रोफाइल अपराधी जेल के अंदर से ही ड्रग्स तस्करी को अंजाम दे रहे थे। सरकार ने इन आपराधिक नेटवर्कों को खत्म करने के लिए कठोर कदम उठाए हैं।


जनता से सहयोग की अपील

एनसीबी ने नागरिकों से अपील की है कि वे नशे के खिलाफ इस लड़ाई में सरकार का साथ दें। अगर किसी को ड्रग्स से जुड़ी कोई भी जानकारी मिलती है, तो वे तुरंत टोल-फ्री नंबर 1933 (MANAS- नेशनल नारकोटिक्स हेल्पलाइन) पर सूचना दे सकते हैं।

यह कड़ा एक्शन संगठित अपराध पर सरकार की सख्ती और नशा मुक्त भारत के संकल्प को दर्शाता है।


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