शीश महल पर टकराव: मुख्यमंत्री आवास के दौरे को लेकर BJP-AAP आमने सामने
Delhi election: भाजपा ने आप नेता अरविंद केजरीवाल पर 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगले को आलीशान बनाने के लिए जनता का पैसा खर्च करने का आरोप लगाया है.
Delhi Assembly election: दिल्ली विधानसभा चुनाव की तारीखों की घोषणा हो चुकी है. हालांकि, राजनीतिक दलों ने इसके लिए तैयारियां पहले से ही कर ली थी. लेकिन अब तिथियों का ऐलान होने के बाद पार्टियों ने कमर कस ली है. दिल्ली में इन दिनों मुख्यमंत्री के आधिकारिक आवास (Sheeshmahal) को लेकर घमासान मचा हुआ है. बीजेपी (BJP) लगातार शीश महल को लेकर आम आदमी पार्टी (AAP) और पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को घेरने में लगी हुई है. वहीं, आप (AAP) भी इन आरोपों पर पलटवार करने में लगी हुई है. इसी मुद्दे को लेकर आज दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास के बाहर आज नाटकीय घटनाक्रम देखने को मिला.
बता दें कि आगामी दिल्ली चुनाव में बड़ी जीत हासिल करने के लिए भाजपा ने आप (AAP) नेता अरविंद केजरीवाल पर 6, फ्लैगस्टाफ रोड स्थित बंगले को आलीशान बनाने के लिए जनता का पैसा खर्च करने का आरोप लगाया है. वहीं, बुधवार को मुख्यमंत्री आवास यानी कि शीश महल के सामने उस समय बड़ा ड्रामा देखने को मिला, जब आप (AAP) के नेता भाजपा के "शीशमहल" (Sheeshmahal) आरोप का "सच दिखाने" के लिए वहां पहुंचे. आप (AAP) ने कहा कि उसके नेता मीडिया के साथ सिविल लाइंस स्थित बंगले का दौरा करेंगे और फिर 7, लोक कल्याण मार्ग स्थित प्रधानमंत्री के आवास पर जाकर वहां हुए रेनोवेशन को दिखाएंगे.
जब आप (AAP) सांसद संजय सिंह और दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज मीडियाकर्मियों के साथ बंगले पर पहुंचे तो पुलिस ने कानून-व्यवस्था की स्थिति का हवाला देते हुए उन्हें रोक दिया. सिंह एक वरिष्ठ अधिकारी से यह कहते देखे गए कि पुलिस उन्हें क्यों रोक रही है. उन्होंने यह भी कहा कि उन्हें रोकना एक सांसद और कैबिनेट मंत्री के विशेषाधिकार का हनन है. सिंह ने यह कहते हुए सुना कि हमें अंदर क्यों नहीं जाने दिया जा रहा है? भाजपा गलत सूचना फैला रही है कि यहां एक गोल्डन पैलेटेड शौचालय, स्विमिंग पूल, मिनीबार है. इसलिए हमें और उन्हें (मीडिया को) दिखाओ.
वहीं, सौरभ भारद्वाज पूछते हुए देखे गए कि किसके निर्देश पर उन्हें रोका जा रहा है. मेरे ऊपर केवल उपराज्यपाल हैं. आपको (हमें रोकने का) निर्देश किसने दिया है? भाजपा का झूठ उजागर हो गया है. अब यह साबित हो गया है कि भाजपा भारतीय झूठी पार्टी है. महीनों से भाजपा (BJP) कह रही है कि इस मुख्यमंत्री के आवास में एक सुनहरा शौचालय, स्विमिंग पूल और मिनीबार है. हम आपको आज यहां लेकर आए हैं. क्या आपने देखा? सिर्फ दो लोगों के लिए, उन्होंने पानी की बौछारें, इतने सारे पुलिस वाले रखे हैं. क्या हम आतंकवादी हैं? वे हमें क्यों रोक रहे हैं? इसका मतलब है कि भाजपा झूठ बोल रही है. हम यहां 10 मिनट तक इंतजार करेंगे, अगर भाजपा सच बोल रही है तो उन्हें मुख्यमंत्री आवास का दरवाजा खोलना चाहिए और हमें अंदर जाने देना चाहिए. उसके बाद आप नेता प्रधानमंत्री आवास की ओर बढ़े. लेकिन उन्हें रोक दिया गया.
बता दें कि शराब नीति से जुड़े भ्रष्टाचार के एक मामले में जमानत मिलने के बाद केजरीवाल के पद छोड़ने के बाद से दिल्ली के मुख्यमंत्री का आधिकारिक आवास खाली है. आप (AAP) नेता ने कहा है कि वह "जनता की अदालत" के फैसले के बाद ही शीर्ष पद पर लौटेंगे. वहीं, भाजपा (BJP) 'शीशमहल' (Sheeshmahal) के जरिए आप (AAP) पर निशाना साध रही है और कैग की रिपोर्ट ने उसे नया हथियार दे दिया है. नवंबर में रिटायर्ड हुए गिरीश चंद्र मुर्मू द्वारा दायर की गई रिपोर्ट में रेनोवेशन के बजट और अंतिम लागत के बीच चार गुना उछाल की ओर इशारा किया गया है.
वहीं, पिछले दिनों रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी आरोप लगाया था कि आप यह जानकर चौंक जाएंगे कि जब दिल्ली के निवासी कोविड से लड़ रहे थे, ऑक्सीजन और दवाओं की तलाश में भटक रहे थे, तब उनका (आप) ध्यान शीश महल (Sheeshmahal) बनाने पर था.
वहीं, आप (AAP) के संजय सिंह ने मीडिया से कहा कि प्रधानमंत्री आवास का दौरा होना चाहिए. उन्होंने कल कहा कि बीजेपी (BJP) दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास के बारे में गलत सूचना फैला रही है. प्रधानमंत्री का 2,700 करोड़ रुपये का महल भी दिल्ली में है. हम आपके झूठ को उजागर करने के लिए मुख्यमंत्री के आवास और फिर प्रधानमंत्री के आवास पर जाएंगे.
वहीं, पलटवार करते हुए बीजेपी (BJP) के प्रदीप भंडारी ने कहा कि AAP को एहसास हो गया है कि वह बैकफुट पर है. दिल्ली के लोग अरविंद केजरीवाल से एक बुनियादी सवाल पूछ रहे हैं, वह राजनीति में यह वादा करके आए थे कि वह 2 BHK अपार्टमेंट में रहेंगे, VVIP सुरक्षा नहीं लेंगे, यह दिल्ली के लोगों के लिए उनकी प्रतिबद्धता थी. हकीकत क्या है? कोविड के दौरान, जब हर कोई पीड़ित था और लोग मदद चाहते थे, केजरीवाल ने 52 करोड़ रुपये (बंगले पर) खर्च किए. संजय सिंह जो कर रहे हैं वह कुछ और नहीं बल्कि नाटक है.