Bogus Voters Issue : मतदाता सूची में फर्जीवाड़े के चलते दिल्ली पुलिस ने दर्ज की FIR
निर्वाचन विभाग की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने FIR दर्ज की है। आप और भाजपा द्वारा वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के आरोप और एक दूसरे पर वार पलटवार के बीच निर्वाचन विभाग ने जाँच करने पर गड़बड़ी पायी।
FIR Against Forge Voters : दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले राजनितिक दल खासतौर से आप और कांग्रेस की तरफ से वोटर लिस्ट में गड़बड़ी को लेकर एक दूसरे पर आरोप प्रत्यारोप लगाए जा रहे हैं। इन आरोपों के बीच निर्वाचन विभाग ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर मतदाता सूची में नाम दर्ज करवाने के प्रयासों पर कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी है। विभाग ने इस कुकृत्य में लिप्त आरोपियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवाकर पारदर्शिता को प्राथमिकता दी है।
नकली दस्तावेजों का खुलासा
चुनाव आयोग की गहन छानबीन में पता चला कि कुछ लोग पहचान और आवास के फर्जी प्रमाणपत्रों का सहारा लेकर मतदाता सूची में नाम जोड़ने का प्रयास कर रहे थे। ऐसी गड़बड़ी से जुड़े कई मामले बिंदापुर, द्वारका नॉर्थ और नरेला क्षेत्र से सामने आए हैं।
कठोर कार्रवाई की शुरुआत
दक्षिण-पश्चिम जिले की एसडीएम ने छह लोगों पर प्राथमिकी दर्ज करने के आदेश जारी किए हैं। बिंदापुर थाना पुलिस ने इंद्रजीत और बुलबुल के खिलाफ मामला दर्ज किया है, जबकि द्वारका नॉर्थ थाना पुलिस ने संपत, शांति, प्रमिला और राजधर सिंह पर कार्रवाई की है।
वहीं, नरेला में बिजली बिल जैसे फर्जी दस्तावेजों के माध्यम से मतदाता पंजीकरण की कोशिश करने वाले आठ लोगों के खिलाफ भी प्राथमिकी दर्ज की गई है।
निर्वाचन प्रक्रिया को सुरक्षित बनाने की पहल
निर्वाचन विभाग का यह कदम चुनाव प्रक्रिया में गड़बड़ी रोकने की दिशा में एक बड़ी कार्रवाई मानी जा रही है। अधिकारियों का कहना है कि ऐसी गतिविधियों में शामिल लोगों के खिलाफ कठोर कानूनी कार्रवाई की जाएगी, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह के प्रयास न कर सके।
आरोपों में है दम
निर्वाचन विभाग द्वारा दर्ज कराई गयी FIR से ये बात भी स्पष्ट हो गयी कि चुनाव से पहले आप और भाजपा वोटर लिस्ट में गड़बड़ी के जो आरोप लगा रहे हैं, उनमें दम है। तभी विभाग द्वारा जाँच करने पर ऐसी गड़बड़ी पायी गयी और फिर विभाग ने दिल्ली पुलिस में इसकी शिकायत करके FIR दर्ज करवाई है। अभी दिल्ली चुनाव आयोग की तरफ से जांच जारी है, ये फर्जीवाड़ा और भी बड़ा हो सकता है।
भाजपा और आप के आरोप
ज्ञात रहे कि वोटर लिस्ट में फर्जीवाड़े के आरोप को लेकर आप और भाजपा की तरफ से अलग अलग आरोप लगाये गए थे। आप ने भाजपा पर वोटर लिस्ट से लोगों के नाम कटवाने का अरोप लगाया था जबकि भाजपा ने वोटर लिस्ट में फर्जी वोटर जुड़े होने का आरोप लगाया था। अब देखना ये है कि पुलिस जांच में क्या निकल कर आता है? क्या फर्जी वोटर किसी राजनितिक दल से जुड़े हैं या नहीं ?
Next Story