यमुना में जहर: चुनाव आयोग की नोटिस का केजरीवाल ने दिया जवाब, 14 पेज में कही ये बात!
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यमुना में जहर: चुनाव आयोग की नोटिस का केजरीवाल ने दिया जवाब, 14 पेज में कही ये बात!

AAP के राष्ट्रीय संयोजक ने चुनाव आयोग के नोटिस का जवाब दिया और हरियाणा सरकार द्वारा यमुना नदी में "ज़हर मिलाने" के अपने दावे का बचाव किया.


Arvind Kejriwal responded to the EC: दिल्ली विधानसभा चुनाव के बीच अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के 'यमुना में जहर' वाले बयान ने सियासत में घमासान मचा दिया है. बीजेपी इस दफा केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को इस बयान को लेकर घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ना चाहती है. हालांकि, इस बीच दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री पर कानूनी शिकंजा भी कसता जा रहा है. क्योंकि हरियाणा की एक अदालत ने उनको समन जारी कर पेश होने को कहा है. वहीं, केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के इस बयान को लेकर मंगलवाल को चुनाव आयोग (Election Commission) ने उनसे जवाब मांगा था. जिस पर अब उन्होने अपना जवाब दे दिया है. केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कहा कि उनका बयान तथ्यों पर आधारित है और उन्होंने किसी भी कानून या आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया है.

आम आदमी पार्टी (AAP) के राष्ट्रीय संयोजक ने बुधवार को चुनाव आयोग (ECI) के नोटिस का जवाब दिया. आयोग (Election Commission) को पेश किए गए अपने नोटिस में उन्होंने हरियाणा सरकार द्वारा यमुना नदी में "ज़हर मिलाने" के अपने दावे का बचाव किया. उन्होंने कहा कि हाल ही में हरियाणा से दिल्ली को मिला पानी "अत्यधिक प्रदूषित और इंसानों के सेहत के लिए बेहद जहरीला" है. दिल्ली के पूर्व दिल्ली मुख्यमंत्री ने चुनाव आयोग (Election Commission) को 14 पेज का जवाब सौंपते हुए कहा कि उनका बयान राष्ट्रीय राजधानी में पीने के पानी की गुणवत्ता को लेकर उत्पन्न "गंभीर सार्वजनिक स्वास्थ्य संकट के संदर्भ में दिया गया था.

जनता की सुरक्षा के लिए बयान

उन्होंने यह भी कहा कि उन पर लगाए गए आरोप झूठे हैं और उन्होंने अपने सार्वजनिक कर्तव्य के रूप में हरियाणा से मिलने वाले पानी की "गंभीर विषाक्तता और प्रदूषण" को उजागर किया है. बता दें कि इस मामले में भारतीय जनता पार्टी (BJP) द्वारा की गई शिकायत के बाद चुनाव आयोग ने मंगलवार को केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को नोटिस जारी कर बुधवार रात 8 बजे तक जवाब देने का समय दिया था.

अमोनिया स्तर बेहद खतरनाक

केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने अपने जवाब में यह भी कहा कि हरियाणा से प्राप्त पानी में अमोनिया का स्तर इतना अधिक था कि दिल्ली के जल शोधन संयंत्र (Water Treatment Plants) उसे सुरक्षित और पीने योग्य सीमा तक शुद्ध करने में सक्षम नहीं थे.

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