BJP ने केजरीवाल को दिया 'विज्ञापन बाबा' का तमगा! कहा- Advertisement पर करोड़ों किए खर्च
Delhi Assembly election: BJP ने अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधते हुए AAP के संयोजक को 'विज्ञापन बाबा' करार दिया.
BJP targeted Arvind Kejriwal: दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए फरवरी में मतदान होना है. इसको लेकर चुनाव आयोग कुछ ही दिन में कार्यक्रम की घोषणा कर देगा. हालांकि, उससे पहले ही दिल्ली के तीन मुख्य राजनीतिक दल आम आदमी पार्टी (AAP), बीजेपी (BJP) और कांग्रेस ने तैयारियां शुरू कर दी है. ऐसे में तीनों ही पार्टियां एक-दूसरे पर हमला करने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही है. इन दिनों दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के आधिकारिक आवास, जिसे फिलहाल शीशमहल के नाम से भी जाना जाता है, विवाद में बना हुआ है. इस मुद्दे को लेकर बीजेपी (BJP) और कांग्रेस केजरीवाल (Arvind Kejriwal) और आप को घेरने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही है. इसी बीच बीजेपी (BJP) ने आप (AAP) और केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर एडवरटाइजमेंट पर करोड़ों रुपये खर्च करने आरोप लगाते हुए 'विज्ञापन बाबा' करार दिया.
भारतीय जनता पार्टी (BJP) ने सोमवार को अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर निशाना साधते हुए आम आदमी पार्टी (AAP) के संयोजक को 'विज्ञापन बाबा' करार दिया. प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करते हुए बीजेपी (BJP) सांसद संबित पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) को आज से 'विज्ञापन बाबा' कहा जाना चाहिए. दिल्ली सरकार ने 'बिजनेस ब्लास्टर्स' योजना पर कुल ₹54 करोड़ खर्च किए. जबकि, योजना के विज्ञापन पर ₹80 करोड़ खर्च हुए.
एएनआई ने पात्रा के हवाले से कहा कि कैग ने उल्लेख किया है कि योजना के विज्ञापन पर खर्च योजना के खर्च का 1.5 गुना था. एक अन्य योजना में ₹1.9 करोड़ का निवेश किया गया था. हालांकि, विज्ञापन पर खर्च ₹27.9 करोड़ था.
शीशमहल को लेकर हमला
सीएम आवास के रेनोवेशन को लेकर बीजेपी (BJP) सांसद ने फिर केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर निशाना साधा. कैग की रिपोर्ट के अनुसार, 17 मार्च 2020 को दिल्ली के पीडब्ल्यूडी (PWD) ने एक प्रस्ताव दिया था कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के आवास का फिर से निर्माण किया जाना है. नियंत्रक एवं महालेखा परीक्षक गिरीश चंद्र मुर्मू की एक रिपोर्ट से पता चला है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री के आवास, जिसे 'शीश महल' कहा जाता है, के रेनोवेशन की कुल लागत ₹33.66 करोड़ थी. रीमॉडलिंग की अनुमानित लागत ₹7.61 करोड़ थी. लेकिन टेंडर ₹8.62 करोड़ में निकला. इसका मतलब है कि टेंडर की लागत 13.21% अधिक थी. यह काम 2022 में ₹33.66 करोड़ की लागत से पूरा हुआ. यानी लागत अनुमानित राशि से 342.31% अधिक थी.
पात्रा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) के 'शीशमहल' के लिए इतना बड़ा घोटाला किया गया. कैग ने निविदा प्रक्रिया पर सवाल उठाए. 'शीश महल' विवाद उन आरोपों के इर्द-गिर्द केंद्रित है, जिनमें कहा गया है कि अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने कोविड-19 महामारी के दौरान अपने आधिकारिक आवास के नवीनीकरण पर करोड़ों रुपये खर्च किए.