70 सीटों के लिए बीजेपी का महामंथन, लेकिन AAP निकली आगे
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70 सीटों के लिए बीजेपी का महामंथन, लेकिन AAP निकली आगे

दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए आम आदमी पार्टी ने सभी 70 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। हालांकि बीजेपी अभी कैंडिडेट के नाम पर मंथन कर रही है।


BJP Candidate List: दिल्ली विधानसभा चुनाव 2025 के लिए आम आदमी पार्टी ने अपने सभी 70 उम्मीदवारों के नाम का ऐलान कर दिया है। लेकिन बीजेपी (BJP) और कांग्रेस (Congress) मंथन के दौर से गुजर रहे हैं। आम आदमी पार्टी ने तो बीजेपी पर तंज भी कसा था। लेकिन बीजेपी नेताओं ने कहा कि हमें जल्दबाजी नहीं है। हम ऐसे लोगों को मौका देंगे जो दिल्ली के बारे में सोचते हैं। प्रत्याशियों के चयन के लिए बीजेपी ने 21 सदस्यों वाली समिति की घोषणा की है। इसमें प्रदेश अध्यक्ष, संगठन महामंत्री विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष के साथ साथ सभी सातों सांसदों को भी शामिल किया गया है। इस हफ्ते समिति की बैठक होने की संभावना है। बताया जा रहा है कि एक सीट पर दो से तीन उम्मीदवारों की प्रोफाइल पर मंथन होगा और जिनके जीत हासिल करने की संभावना अधिक होगी उसे मौका मिलेगा। यही नहीं बीजेपी (BJP Candidate List) 1998 के बाद हार के सूखे को खत्म करने के लिए बड़े पैमाने पर कार्यकर्ताओं की सुझाव भी ले रही है। सभी 14 संगठनात्मक जिलों के लिए पर्यवेक्षक की नियुक्ति भी की है।

बीजेपी की समिति मे ये खास चेहरे

हर एक पर्यवेक्षक पांच विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई है। पर्यवेक्षक, कार्यकर्ताओं से फीडबैक लेकर संभावित उम्मीदवारों की चर्चा भी की है। समिति में वीरेंद्र सचदेवा, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष, दिल्ली विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष विजेंद्र गुप्ता , सांसद बांसुरी स्वराज, मनोज तिवारी, योगेंद्र चंदौलिया, हर्ष मल्होत्रा, के साथ साथ रामबीर सिंह विधुड़ी, प्रवीन खंडेलवाल, हर्षवर्धन, मनजिंदर सिंह सिरसा शामिल हैं। इन चेहरों पर बीजेपी को सत्ता में लाने की जिम्मेदारी सौंपी गई है। 2015 के चुनाव में बीजेपी महज तीन सीट जीत सकी थी। साल 2020 में प्रदर्शन में मामूली सुधार हुआ और 8 सीट जीत पाने में कामयाब हुई। बीजेपी (BJP) को उम्मीद है कि 10 साल का आप के खिलाफ एंटी इंकंबेंसी का वो फायदा उठा सकते हैं, लिहाजा हर एक पहलू पर सावधानी से आगे बढ़ने की आवश्यकता है ताकि जादुई आंकड़ा 36 को हासिल करने में किसी तरह की मुश्किल ना आए।

1998 में बीजेपी की थी आखिरी सरकार
बता दें कि दिल्ली में बीजेपी की आखिरी सरकार 1998 में बनी थी। उसके बाद कांग्रेस (Congress 15 years rule in Delhi) ने सत्ता छीन ली और 15 साल तक दिल्ली की सत्ता पर शीला दीक्षित (Sheila Dixit) की अगुवाई में कांग्रेस काबिज रही। साल 2013 के चुनाव में बीजेपी सत्ता के करीब करीब पहुंची लेकिन बाजी अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) ने मारी। जिस कांग्रेस के खिलाफ उन्होंने मुहिम चलाई उसके साथ समझौता कर सत्ता पर काबिज हुए. हालांकि सरकार सिर्फ 49 दिन तक चली। कांग्रेस पर वादाखिलाफी का आरोप लगा कर संबंध तोड़ लिया। साल 2015 में जब चुनाव हुआ तो केंद्र की सत्ता पर बीजेपी काबिज थी। लेकिन दिल्ली विधानसभा चुनाव में कामयाबी नहीं मिली। 2020 के चुनाव में बीजेपी फिर नाकाम हुई। अब जब 2025 में चुनाव होने वाला है तो बीजेपी के रणनीतिकार किसी तरह की कमी या कमजोरी ना दिखे । इसके लिए कमर कस कर चुनावी मैदान में हैं।

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