Delhi Assembly Elections And Slumdwellers : दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच अब आरोप प्रत्यारोप की जंग तेज हो चुकी है। आलम ये है कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने झुग्गी बस्ती वालों के लिए आयोजित सम्मलेन में जहाँ झुग्गी वहीँ मकान का वादा किया और आम आदमी पार्टी की आलोचना की, तो जवाब में आप के राष्ट्रिय संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने ये चुनौती दे डाली कि ''अगर गृह मंत्री अमित शाह झुग्गीवासियों के खिलाफ दर्ज FIR को ख़ारिज करवा दें और जिन झुग्गी वालों की बस्ती तोड़ दी गयी है, उनका पुनर्वास करवा दें तो मैं चुनाव नहीं लडूंगा।''
क्या कहा अरविन्द केजरीवाल ने
मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को भाजपा पर झुग्गीवासियों के पुनर्वास में असफल होने और उन्हें बेदखल करने की साजिश का आरोप लगाया। शकूर बस्ती में आयोजित जनसभा में केजरीवाल ने कहा, “अगर गृह मंत्री अमित शाह झुग्गीवासियों के खिलाफ दर्ज सभी मामले वापस लें और हर बेदखल व्यक्ति का पुनर्वास कर दें, तो मैं चुनाव नहीं लड़ूंगा।”
केजरीवाल ने दावा किया कि भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार झुग्गीवासियों को बेदखल करने की योजना बना रही है। केजरीवाल ने कहा कि भाजपा की "जहां झुग्गी, वहां मकान" योजना सिर्फ एक दिखावा है। उन्होंने आरोप लगाया कि पिछले पांच सालों में केंद्र सरकार ने केवल 4,700 फ्लैट बनाकर शहर के लाखों झुग्गीवासियों को मुश्किल में डाल दिया है। इस गति से झुग्गी की जगह मकान बनाये गए तो दिल्ली में जितनी झुग्गी बस्ती हैं, उनकी जगह मकान बनने में काफी समय लगेगा।
दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री ने दावा किया कि दिल्ली के उपराज्यपाल ने 27 दिसंबर को झुग्गी-झोपड़ियों के भूमि उपयोग में बदलाव किया था, जिससे चुनाव के तुरंत बाद उन्हें गिराने का रास्ता साफ हो गया। उन्होंने आरोप लगाया कि रेलवे ने 30 सितंबर को झुग्गियों के कब्जे वाली जमीन का टेंडर पहले ही दे दिया था।
भाजपा का पलटवार
केंद्रीय मंत्री हरदीप सिंह पुरी ने केजरीवाल के आरोपों को खारिज करते हुए कहा कि आप सरकार ने केंद्र की योजनाओं में सहयोग नहीं किया। पुरी ने कहा, “दिल्ली सरकार ने प्रधानमंत्री आवास योजना और झुग्गी पुनर्वास परियोजनाओं को लागू करने में जानबूझकर देरी की।” उन्होंने आरोप लगाया कि केजरीवाल अपनी विफलताओं को छिपाने के लिए भ्रामक दावे कर रहे हैं।
पुरी ने आप सरकार पर शिक्षा और अन्य विकास परियोजनाओं में भी विफलता का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “आप ने 20,000 कक्षाओं के निर्माण का वादा किया था, लेकिन केवल 4,260 का निर्माण किया गया, और उसमें भी धन का दुरुपयोग हुआ।”
झुग्गीवासियों का समर्थन पाने की कोशिश
आप ने 2020 के चुनावों में 70 में से 62 सीटों पर जीत दर्ज की थी और अब लगातार तीसरी बार जीत का लक्ष्य रख रही है। झुग्गीवासियों के बीच आप का समर्थन मजबूत करने की कोशिशें तेज हो गई हैं। केजरीवाल ने अपने 2015 के मेनिफ़ेस्टों का जिक्र किया, जब उन्होंने झुग्गी बस्तियों को गिरने से बचाने का वादा किया था।
राजनीतिक माहौल गर्माया
दोनों दल झुग्गीवासियों को लेकर एक-दूसरे पर तीखे हमले कर रहे हैं। जहां आप भाजपा पर "देशद्रोही नीतियों" का आरोप लगा रही है, वहीं भाजपा ने आप पर “झूठे दावे” करने और पुनर्वास योजनाओं में बाधा डालने का आरोप लगाया है।
दिल्ली के मतदाताओं के लिए यह मुद्दा चुनावी परिणाम को प्रभावित कर सकता है, क्योंकि झुग्गीवासियों और हाशिए पर मौजूद समुदायों का समर्थन किसी भी पार्टी के लिए निर्णायक साबित हो सकता है।