Delhi Assembly Elections 2025 : दिल्ली के ऑटो वालों के मन की बात भी सुनिए सरकार
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Delhi Assembly Elections 2025 : दिल्ली के ऑटो वालों के मन की बात भी सुनिए 'सरकार'

द फ़ेडरल देश ने ग्राउंड पर जाकर ऑटो चालकों से बात करते हुए मुद्दों को जाना। दिल्ली के चुनाव में आप ने ऑटो चालकों से प्रचार प्रसार में काफी मदद ली थी और उन्हें वोटरों का नया तब्गा बना दिया।


Delhi Assembly Elections 2025 : दिल्ली विधानसभा चुनाव में नामांकन का दौर जारी है। ऐसे में आम आदमी पार्टी, कांग्रेस और भाजपा द्वारा मतदाताओं को रिझाने के लिए तरह तरह के वादे किये जा रहे हैं। अगर हम पिछले दो चुनावों की बात करें तो दिल्ली में वोटरों के एक अलग तबगे को भी जन्म दिया और वो हैं दिल्ली के ऑटो चालक। आज हम यानी 'द फ़ेडरल देश' दिल्ली के इसी तब्गे के वोटर की बात करेगा। आखिर दिल्ली के ऑटो चालक क्या महसूस करते हैं, दिल्ली की वर्तमान सरकार के काम को लेकर क्या कहते हैं? क्या सोचते हैं? उनके अपने क्या मुद्दे हैं, जिसे लेकर सरकार के प्रति उनके मन मे क्या सवाल हैं? तो चलिए हम अब सीधे मुद्दे की बात करते हैं।


पहले जानते हैं कि दिल्ली की सत्ता पर काबिज आम आदमी पार्टी की
आम आदमी पार्टी के राष्ट्रिय संयोजक अरविन्द केजरीवाल ने ट्वीट करते हुए ऑटो चालकों के लिए पांच गारंटी जारी की हैं। केजरीवाल ने कहा दिल्ली में दोबारा आम आदमीं पार्टी की सरकार बनने पर सभी ऑटो वाले भाइयों के लिए केजरीवाल की 5 गारंटियां -
• हर चालक का 10 लाख तक का जीवन बीमा और 5 लाख का एक्सीडेंट इंश्योरेंस
• बेटी की शादी में 1 लाख की सहायता
• वर्दी के लिए साल में 2 बार ₹2500
• बच्चों को कॉम्पिटिशन के एग्ज़ाम की तैयारी के लिए कोचिंग का खर्च सरकार उठाएगी
• ‘पूछो ऐप’ फिर से चालू होगा
केजरीवाल ने ये भी कहा कि हम उनके साथ पहले भी खड़े थे और आगे भी खड़े रहेंगे।

अब बात करते हैं ऑटो वालों की
हमने दिल्ली के अलग अलग इलाकों में रहने वाले और दिल्ली भर में ऑटो चलाने वाले चालकों से बात की। इनसे बात करके हमें इनकी एक ऐसी समस्या की जानकारी मिली जो लगभग दिल्ली के ऑटो चालक की है।
क्या है वो समस्या ?
ये समस्या है दिल्ली के ऑटो चालकों के काम धंधे पर असर पड़ना। इसके पीछे ऑटो चालक दिल्ली सरकार की अलग अलग नीतियों को ज़िम्मेदार तेरा रहे हैं।
1- बाइक टैक्सी :- बाइक टैक्सी ऑटो चालकों के लिए बहुत बड़ी चुनौती बन गयी है, जिसकी वजह से उनके काम पर बहुत ज्यादा प्रभाव पड़ा है।
2- ई रिक्शा - ऑटो चालकों के लिए जो दूसरी बड़ी समस्या है, वो है ई रिक्शा। ऑटो चालकों का कहना है कि ई रिक्शा सिर्फ कॉलोनियों में चलने के लिए बनवाए गए थे, लेकिन आज ये ई रिक्शा दिल्ली के मेन रोड और रिंग रोड पर चलते दिख जाते हैं, जिसकी वजह से उनके काम पर काफी प्रभाव पड़ा है।
3- महिलाओं को फ्री बस सेवा - ऑटो वालो के लिए एक बड़ी चिंता दिल्ली में महिलाओं को बसों में फ्री बस सेवा भी है। ऑटो चालकों का कहना है कि इस वजह से आज के समय में महिलाओं की सवारी मिलना ऑटो वालों के लिए बहुत कम हो गयी है।
4 - भ्रष्टाचार नहीं हुआ कम - ऑटो चालकों का कहना आम आदमी पार्टी ने बेशक ये दावा किया हो कि आम आदमी पार्टी सरकार आने के बाद दिल्ली से भ्रष्टाचार गायब हो जायेगा। लेकिन धरातल पर ऐसा हुआ नहीं। गाडी पास कराने जाओ तो अब भी रिश्वत देनी पड़ती है। इसके अलावा ऑटो की सरकारी कीमत चाहे जो भी हो लेकिन हम लोगों को लगभग 7 लाख रूपये का ही बैठता है।

कुछ ऑटो चालकों ने कैमरे पर क्या कहा वो भी जानिये
ऑटो चालक राकेश दुबे का कहना है कि वो एक अरसे से दिल्ली में ऑटो चला रहे हैं। वो नांगलोई में रहते हैं। राकेश दुबे बाइक टैक्सी से काफी नाराज़ हैं। उनका कहना है कि दिल्ली सरकार ने इस पर किसी तरह की नकेल नहीं कसी, जिसकी वजह से ऑटो का काम काफी ज्यादा प्रभावित हुआ है। सिंगल सवारी मिलना बंद हो गया है। काम आधा रह गया है, यानी कमाई आधी हो गयी है।
इसके अलावा मैं नांगलोई में रहता हूँ। वहां पीने का साफ़ पानी नहीं मिलता। 40 रूपये की पानी की कैन खरीदनी पड़ती है। सड़कें उबड़खाबड़ हैं, पानी भरा रहता है। अब जो केजरीवाल वादे कर रहे हैं, वो कितने सच्चे होंगे कौन जानता है।

दूसरे ऑटो चालाक रईस खान ने कहा कि वो दिल्ली सरकार के काम से संतुष्ट हैं। हमारे काम पर फर्क पड़ा है, इसमें कोई दो राय नहीं है। इस पर दिल्ली सरकार को गंभीरता से विचार करना चाहिए। इसके अलावा ऑटो चालकों की कुछ समस्याएं हल भी हुई हैं, जैसे पहले हमें अलग अलग कामों के लिए अलग अलग जाना होता था लेकिन अब अधिकतर काम एक ही जगह हो जाता है। हमें जिस तरह से ट्रैफिक पुलिस आदि द्वारा परेशान किया जाता था, वो अब नहीं किया जाता है। रईस खान का कहना है कि वो मंडावली में रहते हैं। वहां पर दिल्ली सरकार द्वारा काम करवाया गया है। हालांकि रईस खान ने अपनी फोटो या विडियो खबर के साथ प्रकाशित करने की सहमति नहीं दी।



रोहिणी इलाके में रहने वाले एक अन्य ऑटो चालक प्रेम कुमार का कहना है कि वो कई सालों से ऑटो चला रहे हैं। आज उनकी उम्र 60 साल से ज्यादा है। पिछले पांच सालों में हमारा काम आधा रह गया है। परिवार का पालन पोषण करने में काफी परेशानी हो रही है। भ्रष्टाचार ख़त्म नहीं हुआ है। सरकार को अपनी नीतियों में बदलाव करना चाहिए ताकि हमारे काम पर जो प्रभाव पड़ा है, वो सही दिशा में आगे बढ़ सके। दिल्ली सरकार के कुछ काम सही भी हैं। अब ट्रैफिक पुलिस परेशान नहीं करती। पहले छोटी छोटी गलती पर चालान कर दिए जाते थे, ऐसा अब नहीं होता।


मंडावली इलाके में ही रहने वाले मोहम्मद इस्तार का कहना है कि काम आधा हुआ है। भ्रष्टाचार खत्म नहीं हुआ है। लेकिन दिल्ली सरकार ने कुछ काम सही भी किये हैं। शिक्षा और स्वास्थ्य पर जिस तरह से ध्यान दिया गया है, वो हम लोगों के लिए काफी फायदेमंद हैं।


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